बागपतः कलैक्ट्रेट परिसर में पिछले 28 दिन से किसान अपनी विभिन्न मांगो को लेकर धरने पर बैठे हैं. मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत कलैक्ट्रेट परिसर पहुंचे. गौरतलब है कि यहां किसान नेता राकेश टिकैत आने वाले थे, लेकिन नहीं आए. राकेश टिकैत की जगह उनके बड़े भाई नरेश टिकैत ने किसान महापंचायत को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा कि 'दारोगा फोन नहीं सुनेगा, तो भूसा भर देंगे'.
किसान नेता नरेश टिकैत ने पुलिस प्रशासन को धमकी देते हुए कहा कि अगर पुलिस चौकियों पर किसानों के ट्रैक्टरों को रोकने की कोशिश की गई, तो वहां भूसा भर दिया जाएगा. टिकैत ने कहा कि अधिकारी या दारोगा उनके फोन तक नहीं उठाते हैं. अपने सम्मान यनाी ट्रैक्टरों को पुलिस चौकियों पर रुपकने नहीं देना है. किसानों की यह महापंचायत करीब 6 घंटे तक चली.
नरेश टिकैत ने गन्ना मूल्य को लेकर पीएम मोदी को घेरा और उन्हें झूठा बताया. टिकैत ने कहा कि साल 2014 में पीएम मोदी ने मेरठ की सभा में किसानों को गन्ना मूल्य 450 रुपये कुंतल देने का वायदा किया था, लेकिन प्रधानमंत्री अपने वादे से मुकर गए. प्रधानमंत्री झूठे हैं, वो किसानों को 450 कुंतल ही गन्ना मूल्य दे दें, हम किसानों को मना लेंगे.
वहीं, महंगाई पर नरेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा की तर्ज पर सराकर से सस्ती और फ्री बिजली लेंगे और नलकूपों से मीटर उखाड़ फेंकने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि अब डीजल और पेट्रोल महंगा है, जबकि 1967 में अनाज से 10 गुना सस्ता डीजल और पेट्रोल आता था.
महापंचायत में ये रहे किसानों के प्रमुख मुद्दे
किसानों के बकाया गन्ना भुगतान, पराली का धुंआ, ट्रैक्टर ट्राली पर सवारी बैठाने पर रोक आदि प्रमुख मुद्दे थे. नरेश टिकैत ने एडीएम और अपर पुलिस अधिक्षक के साथ किसानों की समस्याओं के लेकर वार्ता की प्रशासन द्वारा किसानों की समस्याओं को लेकर सहानुभुतिपुर्वक विचार करने का आश्वासन दिया. इसके बाद धरना समाप्त किया गया.
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