बागपतः कृषि कानून के विरोध में गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत और किसानों पर सख्ती के बाद बागपत की देशखाप में भी आक्रोश है. देशखाप के चौधरी सुरेंद्र ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राकेश टिकैत की आंखों में आया पानी सड़कों पर सैलाब बनकर बहेगा. उन्होंने कहा कि गांव-गांव से ट्रैक्टर गाजीपुर बॉर्डर की ओर जाएंगे. इसके बाद जिले के किसान गाजीपुर बॉर्डर की तरफ रुख करने लगे हैं.
गाजीपुर बॉर्डर पर चलने का आह्वान
सुरेंद्र सिंह ने कहा कि शुक्रवार को किसानों की बैठक बुलाकर गाजीपुर बॉर्डर चलने का आह्वान किया गया है, ताकि धरने को मजबूत किया जा सके. उन्होंने कहा कि हम जिस पंचयात का प्रधिनिधित्व करते हैं वहां शोषण का निषेध है. इसिलए सर्व खाप पंचायत पूरी तरह से टिकैत के साथ है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के बाद लौट रहे किसानों को देखकर प्रसाशन ने सोचा कि धरना खत्म हो गया है. इसलिए सरकार और प्रशासन द्वारा किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए दवाब बनाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अब बड़ी संख्या में किसान गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचेंगे, देखते हैं प्रशासन किस तरह आंदोलन खत्म करने का दबाव बनाएगा. उन्होंने कहा कि आसामाजिक तत्वों ने भीड़ को बरगलाकर दिल्ली में उपद्रव कराया गया.