बागपतः जिले में उच्च न्यायालय के फर्जी जज की गिरफ्तारी का मामला सामने आया है. यहां एसपी बागपत अभिषेक सिंह को सीयूजी नबंबर पर 9971580749 नंबर से एक कॉल आया था. इसमें सामने वाले ने खुद को सुप्रीम कोर्ट का जज बताया और छपरौली थाने में बंद रविन्द्र के बारे में जानकारी ली. साथ ही उसको छोड़ने की बात कही. शक होने पर शहर कोतवाली में धारा 170, 420 मुकदमा पंजिकृत कराया गया.
मामले की जांच में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम खालिद जनपद मुजफ्फरनगर और समय सिंह जनपद गाजियाबाद से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन को भी बरामद कर लिया है. आरोपी छपरौली थाना क्षेत्र के कुरड़ी गांव निवासी रविन्द्र है जो हाल में पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान गाड़ी से अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था. रविन्द्र बागपत के कुख्यात अपराधी और वर्तमान में दिल्ली तिहाड़ जेल में बंद सुनील राठी का ममेरा भाई है.
एसपी जी के सीयूजी नंबर पर एक कॉल आई थी. इसमें बताया गया था कि सुप्रीम कोर्ट का जज बोल रहा हूं. थाना छपरौली में रविन्द्र जो आर्म्स एक्ट में बंद था. उसको किस धारा और किस जुर्म में बंद किया है. आप उसको छोड़ दीजिए, उसकी भाषा से ये महसूस हुआ कि ये आदमी फर्जी बोल रहा है और ये माननीय सुप्रीम कोर्ट के जज नहीं हो सकते हैं. इसमें तत्काल पूछताछ की गई. इस नंबर को ट्रेस किया गया. सूचना मिली कि आरोपी मेरठ बस स्टैंड वंदना चोक के पास हैं और भागने की फिराक में हैं. पुलिस द्वारा उसको पकड़ा गया. उनके पास से एक मोबाइल बरामद हुआ है जिस के द्वारा एक फर्जी कॉल की गई थी. इनसे पूछताछ की जा रही है.
-एम.एस.रावत, सीओ