बागपत: नोएडा में श्रीकांत त्यागी प्रकरण को लेकर लगातार त्यागी समाज के लोगों में आक्रोश पनप रहा है. श्रीकांत त्यागी पर हुई कार्रवाई को जहां त्यागी समाज के लोग गलत ठहरा रहे हैं, वहीं उनके परिवार पर हुए अत्याचारों के खिलाफ भी लगातार त्यागी समाज में रोष पनप रहा है. इसी को लेकर शुक्रवार को त्यागी समाज के लोगों ने जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया और श्रीकांत त्यागी के समर्थन में नारेबाजी की.
भारतीय राष्ट्रीय मजदूर किसान संगठन राष्ट्रीय वादी अध्यक्ष प्रदीप त्यागी ने कहा कि त्यागी समाज को बीजेपी सरकार अपना बंधुआ मजदूर मानती है. जबकि त्यागी समाज हमेशा देश के विकास के लिए आगे रहा है. अब बीजेपी सरकार त्यागी समाज की अनदेखी कर रही है और श्रीकांत त्यागी को गलत तरीके से फंसाया गया है. उन्होंने कहा कि जिस महिला के साथ श्रीकांत त्यागी की बहस हुई थी, उस महिला पर भी वही कार्रवाई बनती है. क्योंकि उस महिला ने वहां से पेड़ उखाड़ने का काम किया था. अधिकारियों को महिला और बीजेपी सांसद महेश शर्मा पर भी कार्रवाई करनी चाहिए. अगर इन दोनों पर कार्रवाई नहीं होती है तो श्रीकांत त्यागी को जल्द रिहा करना चाहिए. श्रीकांत त्यागी जल्द रिहा नहीं हुये तो वह आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.
बाबूराम त्यागी ने कहा कि श्रीकांत त्यागी पर गलत तरीके से षड्यंत्र के तहत कार्रवाई की जा रही है. श्रीकांत त्यागी ने सिर्फ महिला के पति से अभद्रता भरी बात कही थी. महिला को उन्होंने कुछ नहीं बोला. बल्कि महिला ने ही उनसे अभद्रता की. बीजेपी सरकार त्यागी समाज की अनदेखी कर रही है. 2024 में त्यागी समाज बीजेपी को सबक सिखाएगा. भारतीय किसान यूनियन भानु के बागपत जिला अध्यक्ष आशीष वशिष्ठ ने कहा कि श्रीकांत त्यागी को गलत तरीके से फंसाया गया है. अगर श्रीकांत त्यागी की जल्द रिहाई नहीं होती तो वह आंदोलन के लिए बाध्य होंगे और सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे. साथ ही 2024 में त्यागी समाज बीजेपी को सबक सिखाएगा.