बागपतः जिले की मलकपुर मोदी शुगर मिल पर 400 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान बकाया है. गन्ने का बकाया भुगतान नहीं करने पर प्रशासन ने मलकपुर मोदी शुगर मिल के मालिक के बेटे और 2 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. यह मुकदमा बड़ौत कोतवाली में दर्ज हुआ है. मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए शुगर मिल और अन्य जगहों पर दबिश दे रही है. लेकिन, अभी तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.
गौरतलब है कि गन्ना बकाया भुगतान न करने पर मलकपुर मोदी एसबीईसी चीनी मिल के पूर्णकालिक निदेशक, अध्यासी और मुख्य वित्त अधिकारी के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसके बाद चीनी मिल प्रबंध तंत्र में खलबली मची हुई है. जिलाधिकारी ने इसको लेकर पहले ही चेतावनी जारी की थी.
बता दें कि एसबीईसी चीनी मिल मलकपुर गन्ना भुगतान के मामले में किसानों को हर साल परेशान करता रहा है. पेराई सत्र वर्ष 2022-23 का भी 442 करोड़ रुपये के गन्ने का भुगतान होना अभी बाकी है. प्रशासन के चेतावनी और नोटिस देने के बाद भी चीनी मिल प्रबंध तंत्र ने किसानों को बकाया भुगतान नहीं किया. सहकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड मलकपुर के प्रभारी सचिव सुधीर सिंह ने कोतवाली में तहरीर दी. तहरीर में उन्होंने कहा कि पेराई सत्र वर्ष 2022-23 में चीनी मिल में 133.57 लाख रुपये कुंतल गन्ने की खरीद की गई, जिसका भुगतान 462 करोड़ रुपये से ज्यादा है. चीनी मिल ने इसमें से 20 करोड़ रुपये के आस-पास भुगतान किया. इसके बाद 442 करोड़ रुपये से ज्यादा बकाया रह गया है. इसके अलावा किसानों को ब्याज का भी भुगतान नहीं किया गया.
वहीं, इंस्पेक्टर जनक सिंह चौहान ने बताया कि सहकारी गन्ना विकास समिति लि. मलकपुर के प्रभारी सचिव की तहरीर पर एसबीईसी चीनी मिल मलकपुर के पूर्ण कालिक निदेशक अभिषेक मोदी, अध्यासी विपिन कुमार, मुख्य वित्त अधिकारी अनिल कुमार गोयल के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले को लेकर जिला गन्ना अधिकारी डॉ. अनिल कुमार भारती ने कहा कि मलकपुर चीनी मिल का भुगतान हमारे यहां काफी पिछड़ा हुआ है.
जिला गन्ना अधिकारी के अनुसार, कार्रवाई के तौर पर जिलाधिकारी महोदय के निर्देशन पर 3 जुलाई को एफआईआर कराई गई थी. इसमें पुलिस दबिश दे रही है. मलकपुर मिल का अभी तक 462 करोड़ का भुगतान बाकी है.
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