बागपत: कोरोना महामारी के दौर में देश में हो रहे निजीकरण, कर्मचारियों की छंटनी व तीनों अध्यादेशों के विरोध में बागपत में किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया. शनिवार को किसान उदय अभियान भारत के तत्वाधान में किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सत्याग्रह शुरू कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने सत्याग्रह पर बैठे किसानों को चेतावनी देकर अपने-अपने घर भेज दिया.
शनिवार को किसान उदय अभियान भारत के तत्वाधान में बड़ौत तहसील क्षेत्र के बावली गांव में भारी संख्या में किसान एकत्रित हुए. जहां उन्होंने देश में हो रहे निजीकरण, कर्मचारियों की छंटनी व तीनों अध्यादेशों- मंडी एक्ट, कॉन्टेक्ट फार्मिग और भूमि अध्यादेश-1955 के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए वहीं सत्याग्रह पर बैठ गए. उधर किसानों द्वारा हंगामा किए जाने की सूचना पर मौके पर पुलिस बल पहुंच गई. पुलिस ने सत्याग्रह पर बैठे किसानों को वहां से उठाकर चेतावनी देते हुए घर भेजा.
प्रदर्शन के दौरान किसान वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की सरकार उनके साथ न्याय नहीं कर रही है. जिसके चलते वह सड़कों पर आ गए हैं, और भीख मांगने के कगार पर पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनके साथ ऐसे ही करती रही, तो वह जल्द बर्बाद हो जाएंगे.