बागपतः पूर्व मंत्री डीपी यादव उत्तर प्रदेश जूनियर कुश्ती प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में सोमवार को बागपत पहुंचे. जहां उन्होंने अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें अपने पिता की परिपाटी के अनुरूप और उनके संघर्ष को देखकर अपनी भूमिका तय करनी चाहिये. यहां प्रदेश के 30 जिलों के युवा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं.
दरअसल, पूर्व मंत्री डीपी यादव ने बागपत के बलि गांव में आयोजित बाबा बाल राम उत्तर प्रदेश जूनियर कुश्ती प्रतियोगिता में पहुंचे थे. जहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि, अखिलेश यादव को अपने पिता से कुछ सीखना चाहिए. उन्हें अपने पिता के संघर्षों को देखकर चलना चाहिए. पूर्व मंत्री ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि हम राजनीति में चलते आये हैं और आगे भी चलते रहेंगे. साथ ही किसान, मजदूरों और नौजवानों की आवाज बनकर उन्हें आगे बढ़ाने का काम करेंगे. वहीं, उन्होंने बागपत जनपद को लेकर कहा कि ऐसे ही पहलवानों की जननी नहीं कहा जाता है. यहां के पहलवानों की ताकत को पूरी दुनिया जानती है. बागपत के लोग अच्छा खाते-पीते हैं. यहां के किसान मजबूत हैं. नौवजवान पहलवान भी अच्छी बैकग्राउंड के हैं. उन्होंने कहा कि मल्ल युद्ध यहां की परंपरा रही है. इसलिए बड़ौत तहसील के बलि गांव को पहलवानों की धरती कहा जाता है.
पूर्व मंत्री डीपी यादव ने कहा कि, यहां का नौजवान कुश्ती में जितना आगे आएगा. देश का समाज का नाम उतना ही रोशन होगा. उन्होंने कहा कि आज सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने बलि गांव आकर इतिहास को दोहराने का काम किया है. इससे यहां के बच्चे भी और आगे जांएगे. उन्होंने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को प्रतिभाग करने और हार से सबक लेकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.