बदायूं : मुख्यमंत्री पर अभद्र टिप्पणी करने वाले एक किशोर को अनोखी सजा सुनाई गई है. न्याय बोर्ड की तरफ से सुनाई गई सजा के तहत आरोपी किशोर को 15 दिनों तक गोशाला और 15 दिनों तक गांव के सार्वजनिक स्थल पर सफाई करनी होगी. इस अनोखी सजा की चर्चा पूरे देहगवा इलाके में है. जानकारी के मुताबिक किशोर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी. हालांकि किशोर के परिजनों का कहना है कि मोबाइल कहीं अन्य जगह चार्जिंग पर लगा हुआ था किसी अन्य व्यक्ति ने यह पोस्ट की थी उनका बेटा बेकसूर है.
दरअसल, पूरा मामला जिले के देहगवा ब्लॉक का है. यहां के एक किशोर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी की थी जिसके बाद मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस की छानबीन में आरोपी एक किशोर निकला, जिस पर किशोर न्याय बोर्ड में मामला चला. इसके बाद किशोर न्याय बोर्ड ने आरोपी किशोर को अनोखी सजा सुनाई जिसकी चारों तरफ चर्चा है. कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि आरोपी युवक 15 दिन गांव की गोशाला में गायों की सेवा करेगा और 15 दिन सार्वजनिक स्थानों पर सफाई करेगा.
ईटीवी भारत की टीम जब मौके पर पहुंची तो किशोर गाय-भैंसों को चारा खिलाते हुए और सफाई करते हुए मिला. किशोर के पिता के मुताबिक उनके बेटे का मोबाइल किसी और के यहां चार्जिंग पर लगा था जहां से किसी ने वह मैसेज वायरल कर दिया. इसकी सजा उनके बच्चे को भुगतनी पड़ रही है. उन्होंने बताया कि उनका बेटा रोज गायों की सेवा करता है और गौशाला की साफ सफाई करता है. इस दौरान उन्होंने गांव के अन्य बच्चों को ऐसा न करने की अपील की.
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मामले पर किशोर के वकील जवाहर सिंह यादव का कहना है कि कोर्ट का निर्णय बहुत ही अद्भुत है. इससे बच्चे के अंदर सेवा की भावना पैदा होगी. उसे सुधरने को पर्याप्त अवसर दिया गया है. वकील का कहना है कि बच्चे के मोबाइल से कोई अभद्र पोस्ट पड़ गई थी जिसकी वजह से उसे यह सजा सुनाई गई है. कोर्ट ने इसके लिए जो फैसला सुनाया है, वह काफी सराहनीय है.
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