बदायूंः जिले के महिला थाने में शुक्रवार का नजारा कुछ अलग था. यहां थानेदार की कुर्सी पर एक बीए की छात्रा बैठी थी. इस छात्रा को एक दिन के लिए थाने का इंचार्ज बनाया गया था. फरियादी आ रहे थे और उसके सामने अपनी समस्याएं रख रहीं थी. छात्रा थानेदार की तरह उनकी समस्याओं को सुनकर निराकरण के आदेश दे रही थीं.
दरसल, मिशन शक्ति के तहत छात्राओं को पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके तथा पुलिस और महिलाओं के बीच संवाद कायम हो सके इसके लिए यह प्रयोग किया जा रहा है. इसी के तहत गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय की बीए की छात्रा पलक वर्मा को महिला थाने का इंचार्ज बनाया गया. पलक वर्मा ने थाने में आने वाले शिकायतकर्ताओं से उनकी शिकायतों के बारे में जानकारी ली तथा उनके निराकरण के आदेश अपने अधीनस्थों को दिए.
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छात्रा पलक वर्मा ने बताया कि पहले उन्हें यह जिम्मेदारी उठाने में बहुत डर लग रहा था, यहां आकर और थानाध्यक्ष की कुर्सी पर बैठकर अब वह खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहीं हैं. उन्होंने बताया कि दहेज की समस्या को लेकर कई महिलाएं उनके पास लिखित शिकायत लेकर पहुंचीं. इसके निराकरण के लिए उन्होंने आदेश दिए हैं.
इस बारे में एसएसपी ओपी सिंह का कहना है कि मिशन शक्ति के तहत पुलिस महिलाओं और बच्चियों से संवाद स्थापित कर रही है. जनता से बेहतर संबंध स्थापित करने के लिए यह काम किया जा रहा है. पुलिस की इस कार्यप्रणाली को छात्राएं भी समझ सकें इस कारण बीए तृतीय वर्ष की छात्रा को एक दिन के लिए महिला थानेदार बनाया गया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस प्रयोग से पुलिस और जनता के बीच संबंध और अच्छे हो जाएंगे.