बदायूं: जनपद में शनिवार को उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा एक गोष्ठी का आयोजन किया गया. गोष्ठी के दौरान अमरूद उत्पादन करने वाले किसानों को फसल की मूल्य वृद्धि बढ़ाने को लेकर सुझाव दिए गए. किसानों को फसलों के माध्यम से उनका आर्थिक लाभ बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी दी गई. साथ ही अमरूद उत्पादन करने वाले किसानों को विभिन्न उत्पाद तैयार करके सीधे मार्केट में बेचने के लिए बताया गया. बदायूं जिला अमरूद उत्पादन में अग्रणी है.
जनपद में ककराला व म्याऊं ब्लॉक के अमरूद की डिमांड कई प्रदेशों में है. जिले का म्याऊं ब्लॉक अमरूद उत्पादक फल पट्टी क्षेत्र है. इसके अलावा जिले के रमजानपुर, अलापुर शेखूपुर आदि स्थानों पर अमरूद का काफी मात्रा में उत्पादन किया जाता है. यहां का अमरूद देश के कई इलाकों में सप्लाई किया जाता है.
अमरूद से कई उत्पाद बनाने के लिए दी गई जानकारी
जनपद में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने गोष्ठी का आयोजन किया. गोष्ठी के दौरान किसानों को अमरूद से अन्य उत्पाद तैयार करने के लिए जानकारी दी गई. साथ ही किसानों को अमरुद उद्यान रोपण के बारे में भी सुझाव दिए गए. गोष्ठी में किसानों को पौधरोपण, जुताई और सिंचाई व्यवस्था के बारे में बताया गया. जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने बताया कि जिले में काफी मात्रा में अमरूद का उत्पादन होता है. जनपद के अमरुद उत्पादक किसान को उसका उचित मूल्य नहीं मिल पाता है.
उचित मूल्य दिलाने के लिए मंडी में स्थित व्यापारियों की लिस्टिंग करवाई जा रही है. इन व्यापारियों का उत्पादकों से सीधा कांटेक्ट करवाया जाएगा, जिससे उनकी फसल का सही मूल्य प्राप्त हो सके. इसके साथ ही अमरूद के खाद्य प्रसंस्करण में काफी संभावनाएं हैं. इसके लिए जो युवा उद्यमी हैं, उन्हें अमरूद से जेम, जैली, जूस इत्यादि प्रोडक्ट बनाने के बारे में बताया गया है.