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बदायूं: भारत का पहला कंगारू मदर केयर यूनिट वार्ड बदायूं में होगा स्थापित, जच्चा-बच्चा की होगी देखभाल

उत्तर प्रदेश के बदायूं में जिला महिला अस्पताल में भारत का पहला MNCU वार्ड का सोमवार को शुभांरभ होने जा रहा है. इस वार्ड का मुख्य उद्देश्य है कि जच्चा और बच्चा को सुरक्षित रख जाए. इसे कंगारू मदर केयर यूनिट भी कहा जाता है.

बदायूं में एमएनसीयू वार्ड का शुभारंभ
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Published : Sep 29, 2019, 9:48 PM IST

बदायूं : उत्तर प्रदेश के बदायूं में जिला महिला अस्पताल में एमएनसीयू वार्ड का शुभारंभ होने जा रहा है. यह भारत का पहला एमएनसीयू है जो बदायूं में स्थापित हो रहा है. इसका प्रमुख उद्देश्य मां और नवजात बच्चे को सुरक्षित रखना है. इसको कंगारू मदर केयर यूनिट भी कहा जाता है. इस वार्ड में मां बच्चों को एक तरह से कंगारू की तरह रखेंगी. यानी कि उनके बैड के नजदीक ही रहेंगी. जिस वजह से इसे कंगारू मदर केयर लॉन्ज भी कहा जाता है. केएमसी प्रक्रिया से नवजात बच्चों की मृत्यु दर में 40 प्रतिशत तक कमी आती है.

बदायूं में एमएनसीयू वार्ड का शुभारंभ
  • बदायूं के जिला महिला अस्पताल में सोमवार को मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट का लोकार्पण होने जा रहा है.
  • यह वार्ड भारत सरकार की 2018 की गाइडलाइन पर भारत का पहला एमएनसीयू वार्ड बदायूं में स्थापित होगा.
  • इसका प्रमुख उद्देश्य मां को बच्चे के समीप रखकर नवजात का लालन पालन हो.
  • इससे बच्चे को पूर्ण सुरक्षा मिले बच्चों को पूर्ण गर्माहट मिले.
  • इसके अंतर्गत केएमसी टेक्निक का उपयोग किया गया है.
  • यह तरीका पूरी तरह से कंगारू मदर केयर पर आधारित है.
  • इससे नवजात बच्चों को जन्म के बाद उन्हें उनकी मां के साथ रहने का अवसर मिलेगा.
  • इससे उनका गंभीर बीमारियों से बचाव हो सकेगा.
  • इस वार्ड में रहने वाले प्रत्येक बच्चे का डाटा एक ऐप में रखा जाएगा जिसकी मॉनिटरिंग लखनऊ से की जाएगी.

यह भारत सरकार की 2018 की गाइडलाइन पर तैयार हुआ भारत का पहला एमएनसीयू वार्ड है. इसका उद्देश्य मां और बच्चे की सुरक्षा है. बच्चे को पोषण मिले बच्चे को सुरक्षा मिले बच्चे को गर्माहट मिले यह उस का प्रमुख उद्देश्य है. केएमसी एक तरीका है जिसका यह उद्देश्य है कि बच्चा जब पैदा हो उसके तुरंत बाद वह अपनी मां की छाती से ही लगा रहे. जब बच्चा मां की छाती से लगा रहता है तो वह उसे सारे तत्व मिलते हैं जो उसे सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है.
-निशा अनन्त, सीडीओ

इसे भी पढे:- चिकित्सा राज्य मंत्री ने जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण, साफ सफाई के दिये निर्देश

बदायूं : उत्तर प्रदेश के बदायूं में जिला महिला अस्पताल में एमएनसीयू वार्ड का शुभारंभ होने जा रहा है. यह भारत का पहला एमएनसीयू है जो बदायूं में स्थापित हो रहा है. इसका प्रमुख उद्देश्य मां और नवजात बच्चे को सुरक्षित रखना है. इसको कंगारू मदर केयर यूनिट भी कहा जाता है. इस वार्ड में मां बच्चों को एक तरह से कंगारू की तरह रखेंगी. यानी कि उनके बैड के नजदीक ही रहेंगी. जिस वजह से इसे कंगारू मदर केयर लॉन्ज भी कहा जाता है. केएमसी प्रक्रिया से नवजात बच्चों की मृत्यु दर में 40 प्रतिशत तक कमी आती है.

बदायूं में एमएनसीयू वार्ड का शुभारंभ
  • बदायूं के जिला महिला अस्पताल में सोमवार को मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट का लोकार्पण होने जा रहा है.
  • यह वार्ड भारत सरकार की 2018 की गाइडलाइन पर भारत का पहला एमएनसीयू वार्ड बदायूं में स्थापित होगा.
  • इसका प्रमुख उद्देश्य मां को बच्चे के समीप रखकर नवजात का लालन पालन हो.
  • इससे बच्चे को पूर्ण सुरक्षा मिले बच्चों को पूर्ण गर्माहट मिले.
  • इसके अंतर्गत केएमसी टेक्निक का उपयोग किया गया है.
  • यह तरीका पूरी तरह से कंगारू मदर केयर पर आधारित है.
  • इससे नवजात बच्चों को जन्म के बाद उन्हें उनकी मां के साथ रहने का अवसर मिलेगा.
  • इससे उनका गंभीर बीमारियों से बचाव हो सकेगा.
  • इस वार्ड में रहने वाले प्रत्येक बच्चे का डाटा एक ऐप में रखा जाएगा जिसकी मॉनिटरिंग लखनऊ से की जाएगी.

यह भारत सरकार की 2018 की गाइडलाइन पर तैयार हुआ भारत का पहला एमएनसीयू वार्ड है. इसका उद्देश्य मां और बच्चे की सुरक्षा है. बच्चे को पोषण मिले बच्चे को सुरक्षा मिले बच्चे को गर्माहट मिले यह उस का प्रमुख उद्देश्य है. केएमसी एक तरीका है जिसका यह उद्देश्य है कि बच्चा जब पैदा हो उसके तुरंत बाद वह अपनी मां की छाती से ही लगा रहे. जब बच्चा मां की छाती से लगा रहता है तो वह उसे सारे तत्व मिलते हैं जो उसे सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है.
-निशा अनन्त, सीडीओ

इसे भी पढे:- चिकित्सा राज्य मंत्री ने जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण, साफ सफाई के दिये निर्देश

Intro:उत्तर प्रदेश के बदायूं में जिला महिला अस्पताल में एम एन सी यू वार्ड का शुभारंभ होने जा रहा है, यह भारत का पहला एमएनसीयू है जो बदायूं में स्थापित हो रहा है, इसका प्रमुख उद्देश्य मां और नवजात बच्चे को सुरक्षित रखना है, इसको कंगारू मदर केयर यूनिट भी कहा जाता है इस वार्ड में मां बच्चों को एक तरह से कंगारू की तरह रखेंगी, यानी कि उनके बैड के नजदीक ही रहेंगी, जिस वजह से इसे कंगारू मदर केयर लॉन्ज भी कहा जाता है। केएमसी प्रक्रिया से नवजात बच्चों की मृत्यु दर में 40% तक कमी आती है।


Body:बदायूं के जिला महिला अस्पताल मैं कल मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट का लोकार्पण होने जा रहा है इसके लिए सारी तैयारियां लगभग पूर्ण है ,यह वार्ड भारत सरकार की 2018 की गाइडलाइन पर भारत का पहला एमएनसीयू वार्ड बदायूं में स्थापित होने जा रहा है ,इसका प्रमुख उद्देश्य मां को बच्चे के समीप रखकर नवजात का लालन पालन हो जिससे बच्चे को पूर्ण सुरक्षा मिले बच्चों को पूर्ण गर्माहट मिले इसके अंतर्गत केएमसी टेक्निक का उपयोग किया गया है यह टेक्निक पूरी तरह से कंगारू मदर केयर पर आधारित है, इससे नवजात बच्चों को जन्म के बाद उन्हें उनकी मां के साथ रहने का अवसर मिलेगा जिससे उनका गंभीर बीमारियों से बचाव हो सकेगा इस वार्ड में रहने वाले प्रत्येक बच्चे का डाटा एक ऐप में रखा जाएगा जिसकी मॉनिटरिंग लखनऊ से की जाएगी।


Conclusion:जनपद की सीडीओ निशा अनन्त के मुताबिक यह भारत सरकार की 2018 की गाइडलाइन पर तैयार हुआ भारत का पहला एमएनसीयू वार्ड है ,इसका उद्देश्य मां और बच्चे की सुरक्षा है बच्चे को पोषण मिले बच्चे को सुरक्षा मिले बच्चे को गर्माहट मिले यह उस का प्रमुख उद्देश्य है, केएमसी एक टेक्निक है जिसका यह उद्देश है कि बच्चा जब पैदा हो उसके तुरंत बाद वह अपनी मां की छाती से ही लगा रहे जब बच्चा मां की छाती से लगा रहता है तो वह उसे सारे तत्व मिलते हैं जो उसे सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है।


बाइट--निशा अनन्त (सीडीओ)


समीर सक्सेना
बदायूँ
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