बदायूं : उत्तर प्रदेश के बदायूं में जिला महिला अस्पताल में एमएनसीयू वार्ड का शुभारंभ होने जा रहा है. यह भारत का पहला एमएनसीयू है जो बदायूं में स्थापित हो रहा है. इसका प्रमुख उद्देश्य मां और नवजात बच्चे को सुरक्षित रखना है. इसको कंगारू मदर केयर यूनिट भी कहा जाता है. इस वार्ड में मां बच्चों को एक तरह से कंगारू की तरह रखेंगी. यानी कि उनके बैड के नजदीक ही रहेंगी. जिस वजह से इसे कंगारू मदर केयर लॉन्ज भी कहा जाता है. केएमसी प्रक्रिया से नवजात बच्चों की मृत्यु दर में 40 प्रतिशत तक कमी आती है.
- बदायूं के जिला महिला अस्पताल में सोमवार को मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट का लोकार्पण होने जा रहा है.
- यह वार्ड भारत सरकार की 2018 की गाइडलाइन पर भारत का पहला एमएनसीयू वार्ड बदायूं में स्थापित होगा.
- इसका प्रमुख उद्देश्य मां को बच्चे के समीप रखकर नवजात का लालन पालन हो.
- इससे बच्चे को पूर्ण सुरक्षा मिले बच्चों को पूर्ण गर्माहट मिले.
- इसके अंतर्गत केएमसी टेक्निक का उपयोग किया गया है.
- यह तरीका पूरी तरह से कंगारू मदर केयर पर आधारित है.
- इससे नवजात बच्चों को जन्म के बाद उन्हें उनकी मां के साथ रहने का अवसर मिलेगा.
- इससे उनका गंभीर बीमारियों से बचाव हो सकेगा.
- इस वार्ड में रहने वाले प्रत्येक बच्चे का डाटा एक ऐप में रखा जाएगा जिसकी मॉनिटरिंग लखनऊ से की जाएगी.
यह भारत सरकार की 2018 की गाइडलाइन पर तैयार हुआ भारत का पहला एमएनसीयू वार्ड है. इसका उद्देश्य मां और बच्चे की सुरक्षा है. बच्चे को पोषण मिले बच्चे को सुरक्षा मिले बच्चे को गर्माहट मिले यह उस का प्रमुख उद्देश्य है. केएमसी एक तरीका है जिसका यह उद्देश्य है कि बच्चा जब पैदा हो उसके तुरंत बाद वह अपनी मां की छाती से ही लगा रहे. जब बच्चा मां की छाती से लगा रहता है तो वह उसे सारे तत्व मिलते हैं जो उसे सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है.
-निशा अनन्त, सीडीओ
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