बदायूं: जनपद के उसावां कस्बे में सप्ताह भर पहले मारपीट में घायल कस्बे के व्यापारी की इलाज के दौरान बुधवार को मौत हो गई. थाना पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाकर व्यापारियों ने बाजार बंद कर दी और थाने का घेराव किया. इसके बाद व्यापारी के पिता की तहरीर पर कस्बे के तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ.
मामला दर्ज होने के बाद परिजन व्यापारियों के साथ थाने से घर चले गए और आरोपियों की गिरफ्तारी तक व्यापारी के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराने पर अड़ गए. परिजनों ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाया और थानाध्यक्ष को निलंबित करने की मांग की. हंगामे की सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी दातागंज प्रेम कुमार थापा मौके पर पहुंचे. उन्होंने व्यापारियों और परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन नहीं माने. एसपी सिटी प्रवीण सिंह चौहान भी मौके पर पहुंचे.
उन्होंने एसओ के खिलाफ जांच कराने और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. इसके बाद परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम के लिए ले जाने दिया. आरोप है कि 3 नबंवर को यहां के वार्ड संख्या 5 निवासी रामानंद (40 वर्ष) पुत्र मुनेंद्र गुप्ता के साथ कस्बा में रहने वाले दाताराम, कुलदीप और बब्लू ने मारपीट की और उसे तख्त पर पटक दिया. रामानंद को गंभीर अंदरूनी चोटें आईं और वो बेहोश हो गया.
पिता मुनेंद्र गुप्ता ने बताया कि जब वो थाने में तहरीर देने गए तो थानाध्यक्ष प्रकाश सिंह ने उनको थाने से भगा दिया. इसके बाद वह बेटे को उपचार के लिए बरेली ले गए. वहां उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो परिजन उसे दिल्ली ले गए. वहां भी हालत में कोई सुधानर नहीं हुआ. दिल्ली से बदायूं वापस लाते समय बीच रास्ते में रामानंद की मौत हो गयी.
पुलिस ने नामजद तीन आरोपियों में से दाताराम गुप्ता को उसके घर से दबोच लिया. जबकि दाताराम का बेटा पुलिस को चकमा देकर भाग निकला. फरार दोनों आरोपियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है.
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इस मामले में एसपी सिटी प्रवीण सिंह चौहान ने बताया तीन अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. एक आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है. बाकी आरोपियों को ढूंढा जा रहा है.
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