लखनऊः यूपी विधान परिषद चुनाव 2022 को लेकर सोमवार को विभिन्न जिलों में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. एमएलसी चुनाव प्रक्रिया के तहत अब 23 मार्च को नाम वापसी और 9 अप्रैल को मतदान होगा. एमएलसी चुनाव की मतगणना 12 अप्रैल को होगी.
बदायूं एमएलसी के लिए भारतीय जनता पार्टी की तरफ से बागीश पाठक ने कलेक्ट्रेट परिसर के जिलाधिकारी कक्ष में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. वहीं, समाजवादी पार्टी की तरफ से सिनोद कुमार शाक्य ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद बीजेपी प्रत्याशी बागीश पाठक ने कहा कि वह एमएलसी बनने के बाद जिले का विकास करेंगे. वहीं, समाजवादी पार्टी प्रत्याशी सिनोद कुमार शाक्य ने भी अपनी जीत के बाद विकास का वायदा किया. केंद्रीय सहकारिता एवं पूर्वोत्तर विकास राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने भी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के नामांकन में हिस्सा लिया. लेकिन इस मौके पर बदायूं से सांसद डॉ. संघमित्रा मौर्य कहीं भी नजर नहीं आईं.
मुरादाबाद-बिजनौर में एमएलसी सीट के लिए भाजपा और सपा के प्रत्याशियों की घोषणा की थी. दोनों दलों के एमएलसी प्रत्याशियों ने सोमवार को मुरादाबाद कलक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी कोर्ट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. विधान परिषद की इस सीट पर भाजपा और सपा के अलावा किसी भी राजनीतिक दलों ने अपने किसी भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. विधान परिषद की इस सीट पर चार जिलों में 8087 मतदाता हैं. भाजपा के एमएलसी प्रत्याशी के साथ कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष और नगर विधायक मौजूद रहे.
आगरा-फिरोजाबाद विधान परिषद सदस्य (लोकल बॉडी) चुनाव के नामांकन में भाजपा ने सोमवार को शक्ति प्रदर्शन किया. भाजपा प्रत्याशी विजय शिवहरे, भाजपा विधायक और भाजपाइयों ने एमजी रोड स्थिति सुभाष पार्क से कलेक्ट्रेट तक भाजपाइयों ने पैदल, वाहन और बुलडोजर के साथ जुलूस निकाला और नारेबाजी की. जुलूस में बुलडोजर चर्चा का विषय बना.
आजमगढ़-मऊ एमएलसी चुनाव को लेकर भाजपा के एक धड़े ने खुलकर बगावती बिगुल फूंक दिया. भारतीय जनता पार्टी द्वारा एमएलसी प्रत्याशी के रूप में पूर्व विधायक अरूणकांत यादव के नाम की घोषणा की. इसके बावजूद भाजपा एमएलसी यशवंत सिंह के पुत्र विक्रांत सिंह ने निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया.
गाजीपुर सीट से भाजपा के एमएलसी प्रत्याशी विशाल सिंह चंचल ने अपना नामांकन दाखिल किया. इसके बाद उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए इस बार भी जीत का दावा किए हैं. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है, उसी तर्ज पर गाजीपुर से हम एमएलसी का चुनाव भी जीतेंगे.
जौनपुर सीट से सोमवार को विधान परिषद सदस्य पद के लिए 3 सदस्यों ने नामांकन किया. जिसमें भाजपा से बाहुबली धनंजय सिंह के करीबी बृजेश सिंह प्रिंशु ने अपना नामांकन किया है. वहीं सपा से मनोज यादव ने 4 सेट में अपना नामांकन किया. जबकि निर्दलीय प्रत्याशी भानु प्रकाश ने एक सेट में अपना नामांकन दाखिल किया.
इसे भी पढ़ेंः UP MLC Chunav 2022: गोरखपुर-महराजगंज सीट के लिए बीजेपी प्रत्याशी सीपी चंद ने किया नामांकन
बुलंदशहर-गौतमबुद्धनगर नगर निकाय विधान परिषद चुनाव के नामांकन की प्रक्रिया थम गयी. भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी के रुप में नरेंद्र भाटी को मैदान में उतारा है. वहीं, विपक्ष की ओर से रालोद गठबंधन ने सुनीता शर्मा को बनाया प्रत्याशी घोषित किया है. इन सभी लोगों ने सोमवार को नामांकन किया.
झाँसी-ललितपुर-जालौन निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व एमएलसी श्याम सुन्दर सिंह यादव ने सोमवार को अपने दस प्रस्तावकों सहित समर्थकों के साथ दूसरे सेट मे नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से कहा कि ये चुनाव बुद्धिजीवी मतदाताओं का है. उन्हें अपने मत का प्रयोग कहां करना है, अच्छी तरह से जानते हैं. उन्होंने बताया कि पूर्व में भी दो बार एमएलसी रह चुके हैं.
इसे भी पढ़ेंः विधानसभा चुनाव परिणाम पर एक नजर
मेरठ-गाजियाबाद क्षेत्र से उम्मीदवार धर्मेंद्र भारद्वाज ढोल -नगाड़ों के साथ नामांकन करने कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस मौके पर जिले के सांसद राजेन्द्र अग्रवाल समेत जिले के हाल ही में निर्वाचित तीनों बीजेपी के विधायक और दो पूर्व विधायक भी मौजूद थे. कमिश्नरी चौराहे से बीजेपी उम्मीदवार के साथ पैदल कलैक्ट्रेट तक बीजेपी सांसद और विधायक पार्टी उम्मीदवार धर्मेंद्र भारद्वाज संग पहुंचे. भाजपा नेताओं ने एकजुटता दिखाने की पुरजोर कोशिश भी यहां की.
सपा विधायक अब्दुल्ला आजम ने भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
रामपुर-बरेली सीट से समाजवादी पार्टी के एमएलसी प्रत्याशी के नामांकन में पहुंचे सपा विधायक अब्दुल्ला आजम ने कहा कि विधानसभा चुनाव में धांधली की गई. जिस तरह से बैलेट पेपर पकड़े गए. विलासपुर सीट को भी जानबूझकर हराया गया. वहीं, जब उनसे पूछा गया कि सपा नेताओं ने जो गाड़ियां चेक की थी, उस मामले में समाजवादी पार्टी के नेताओं पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि इसका फैसला तो अदालत ही कर सकती है, लेकिन पिछले 5 सालों में हमारे साथ जो कुछ हुआ वो आपके सामने हैं. उन्होंने कहा कि आजम खान की कमी खल रही है जल्द ही वो हमारे साथ होंगे. उनकी एक मामले में जमानत होनी रह गई है. वहीं, जब उनसे द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर सवाल किया गया तो उन्होंने उस पर कोई जबाब नहीं दिया.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप