बदायूंः सरकार भूमाफियाओं के खिलाफ अभियान चला रही है. लगातार जमीनों पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. वहीं जिले में एक ऐसा प्रकरण सामने आया है, जिसमें ग्रामीणों की जमीनों पर हल्का लेखपाल ने ही अवैध कब्जा कर लिया है. कागजों में हेरफेर करके गांव वालों की जमीनें अपनी पत्नी के नाम दर्ज कर दिया. लेखपाल की इस कारगुजारी का जब पर्दाफाश हुआ तो ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. ग्राम भगवतीपुर मड़ैया के लगभग 50 ग्रामीणों ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की है.
मुआवजे में भी हेरफेर
सदर तहसील क्षेत्र में स्थित भगवतीपुर मड़इया गांव के ठीक बाहर से होकर हाईवे निकला है. गांव के तमाम ग्रामीणों की जमीन हाईवे में आ गई थी. ग्रामीणों का आरोप है कि हल्के पर तैनात लेखपाल ने ग्रामसभा की जमीन को कागजों में अपनी पत्नी के नाम दर्ज कर लिया और उसके आसपास की जमीनों पर मिट्टी भरवाकर अवैध रूप से कब्जा कर लिया. लेखपाल ने हाईवे बनने के दौरान ग्रामीणों को मिला मुआवजा भी अपनी पत्नी को दिलवा दिया.
उच्च अधिकारियों से शिकायत
पहले तो लेखपाल के इस कृत्य की जानकारी ग्रामीणों को नहीं लग पाई. मामला खुलने के बाद जब गांव के ग्रामीणों ने अपनी जमीनों के कागजात तहसील में दिखाए तो तमाम ऐसे मामले उजागर होने लगे, जिसमें लेखपाल की कारगुजारी सामने आने लगी. ग्रामीणों ने अब इसकी शिकायत तहसीलदार, एसडीएम और जिलाधिकारी से की है. अभी तक पूरे प्रकरण पर प्रशासन की तरफ से लेखपाल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है.
भगवतीपुर मड़इया गांव के लेखपाल नरेंद्र गुप्ता के खिलाफ शिकायतें प्राप्त हुई हैं. ग्राम वासियों ने वहां पर प्रदर्शन भी किया है. इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए एसडीएम सदर को नामित कर दिया गया है. वह मौके पर भी गए और ग्रामीणों से जानकारी एकत्रित की है. अगर प्रकरण में लेखपाल की संलिप्तता पाई जाती है तो उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई और अन्य विभागीय कार्यवाही भी की जाएगी.
कुमार प्रशांत, जिलाधिकारी, बदायूं