बदायूं: सोशल मीडिया के दौर में अब ग्रीटिंग कार्ड का चलन खत्म हो गया है. एक जमाना था जब नया साल आने से पहले ग्रीटिंग कार्ड लेने के लिए दुकान पर भारी भीड़ उमड़ा करती थी. लोग अपने शुभचिंतकों, परिजनों और मिलने वालों को नववर्ष की बधाइयां ग्रीटिंग कार्ड के जरिए भेजा करते थे, लेकिन सोशल मीडिया के इस दौर में अब ग्रीटिंग कार्ड की दुकानों की रौनक फीकी पड़ती नजर आ रही है.
जानें खास बातें
- सोशल मीडिया के चलन से ग्रीटिंग कार्ड्स की दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है.
- सोशल मीडिया के चलन से पहले ग्रीटिंग कार्ड्स की दुकानों पर भारी भीड़ हुआ करती थी.
- लोग शुभचिंतकों और परिजनों को नववर्ष की बधाइयां ग्रीटिंग कार्ड के जरिए भेजा करते थे.
- इस दौर में अब ग्रीटिंग कार्ड की दुकानों की रौनक फीकी पड़ती नजर आ रही है.
नया साल आने से पूर्व बाजार में ग्रीटिंग कार्ड्स की दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ा करती थी. लोग अपने मिलने वालों को शुभचिंतकों को नववर्ष की बधाई देने के लिए ग्रीटिंग कार्ड बाजार से खरीद कर उन्हें पोस्ट के जरिए भेजा करते थे, लेकिन आज सोशल मीडिया के इस दौर में लोगों ने ग्रीटिंग कार्ड खरीदना बंद कर दिया है.
अब बहुत कम ग्रीटिंग कार्ड्स नए साल पर बिकते हैं. पहले के मुकाबले बिक्री अब न के बराबर ही होती है. कुछ नई उम्र के बच्चे स्कूल में अपने टीचर्स और दोस्तों को देने के लिए कुछ कार्ड खरीद लेते हैं, लेकिन आमतौर पर वह दौर खत्म हो गया है. लोग एक -दूसरे को कार्ड के जरिए बायपोस्ट न्यू ईयर ग्रीटिंग भेजा करते थे, लेकिन अब ऐसा बहुत कम लोग करते हैं.
-आर्येन्दर, दुकानदार