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बदायूं: सोशल मीडिया के आने से कम हो रहा ग्रीटिंग कार्ड का क्रेज

नए साल का शुभारंभ होने में कुछ दिन बाकी हैं. एक दौर था जब नए साल पर लोग अपने शुभचिंतकों को ग्रीटिंग कार्ड भेजते थे, लेकिन सोशल मीडिया के चलने से ग्रीटिंग कार्ड का दौर अब खत्म हो गया है.

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Published : Dec 27, 2019, 1:29 PM IST

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सोशल मीडिया ने छीनी ग्रीटिंग की रौनक.

बदायूं: सोशल मीडिया के दौर में अब ग्रीटिंग कार्ड का चलन खत्म हो गया है. एक जमाना था जब नया साल आने से पहले ग्रीटिंग कार्ड लेने के लिए दुकान पर भारी भीड़ उमड़ा करती थी. लोग अपने शुभचिंतकों, परिजनों और मिलने वालों को नववर्ष की बधाइयां ग्रीटिंग कार्ड के जरिए भेजा करते थे, लेकिन सोशल मीडिया के इस दौर में अब ग्रीटिंग कार्ड की दुकानों की रौनक फीकी पड़ती नजर आ रही है.

सोशल मीडिया ने छीनी ग्रीटिंग कार्ड की रौनक.

जानें खास बातें

  • सोशल मीडिया के चलन से ग्रीटिंग कार्ड्स की दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है.
  • सोशल मीडिया के चलन से पहले ग्रीटिंग कार्ड्स की दुकानों पर भारी भीड़ हुआ करती थी.
  • लोग शुभचिंतकों और परिजनों को नववर्ष की बधाइयां ग्रीटिंग कार्ड के जरिए भेजा करते थे.
  • इस दौर में अब ग्रीटिंग कार्ड की दुकानों की रौनक फीकी पड़ती नजर आ रही है.

नया साल आने से पूर्व बाजार में ग्रीटिंग कार्ड्स की दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ा करती थी. लोग अपने मिलने वालों को शुभचिंतकों को नववर्ष की बधाई देने के लिए ग्रीटिंग कार्ड बाजार से खरीद कर उन्हें पोस्ट के जरिए भेजा करते थे, लेकिन आज सोशल मीडिया के इस दौर में लोगों ने ग्रीटिंग कार्ड खरीदना बंद कर दिया है.


अब बहुत कम ग्रीटिंग कार्ड्स नए साल पर बिकते हैं. पहले के मुकाबले बिक्री अब न के बराबर ही होती है. कुछ नई उम्र के बच्चे स्कूल में अपने टीचर्स और दोस्तों को देने के लिए कुछ कार्ड खरीद लेते हैं, लेकिन आमतौर पर वह दौर खत्म हो गया है. लोग एक -दूसरे को कार्ड के जरिए बायपोस्ट न्यू ईयर ग्रीटिंग भेजा करते थे, लेकिन अब ऐसा बहुत कम लोग करते हैं.
-आर्येन्दर, दुकानदार

बदायूं: सोशल मीडिया के दौर में अब ग्रीटिंग कार्ड का चलन खत्म हो गया है. एक जमाना था जब नया साल आने से पहले ग्रीटिंग कार्ड लेने के लिए दुकान पर भारी भीड़ उमड़ा करती थी. लोग अपने शुभचिंतकों, परिजनों और मिलने वालों को नववर्ष की बधाइयां ग्रीटिंग कार्ड के जरिए भेजा करते थे, लेकिन सोशल मीडिया के इस दौर में अब ग्रीटिंग कार्ड की दुकानों की रौनक फीकी पड़ती नजर आ रही है.

सोशल मीडिया ने छीनी ग्रीटिंग कार्ड की रौनक.

जानें खास बातें

  • सोशल मीडिया के चलन से ग्रीटिंग कार्ड्स की दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है.
  • सोशल मीडिया के चलन से पहले ग्रीटिंग कार्ड्स की दुकानों पर भारी भीड़ हुआ करती थी.
  • लोग शुभचिंतकों और परिजनों को नववर्ष की बधाइयां ग्रीटिंग कार्ड के जरिए भेजा करते थे.
  • इस दौर में अब ग्रीटिंग कार्ड की दुकानों की रौनक फीकी पड़ती नजर आ रही है.

नया साल आने से पूर्व बाजार में ग्रीटिंग कार्ड्स की दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ा करती थी. लोग अपने मिलने वालों को शुभचिंतकों को नववर्ष की बधाई देने के लिए ग्रीटिंग कार्ड बाजार से खरीद कर उन्हें पोस्ट के जरिए भेजा करते थे, लेकिन आज सोशल मीडिया के इस दौर में लोगों ने ग्रीटिंग कार्ड खरीदना बंद कर दिया है.


अब बहुत कम ग्रीटिंग कार्ड्स नए साल पर बिकते हैं. पहले के मुकाबले बिक्री अब न के बराबर ही होती है. कुछ नई उम्र के बच्चे स्कूल में अपने टीचर्स और दोस्तों को देने के लिए कुछ कार्ड खरीद लेते हैं, लेकिन आमतौर पर वह दौर खत्म हो गया है. लोग एक -दूसरे को कार्ड के जरिए बायपोस्ट न्यू ईयर ग्रीटिंग भेजा करते थे, लेकिन अब ऐसा बहुत कम लोग करते हैं.
-आर्येन्दर, दुकानदार

Intro:बदायूँ एक जमाना था जब नया साल आने से पहले ग्रीटिंग कार्ड्स की दुकान पर भारी भीड़ में उमड़ा करती थी लोग अपने शुभचिंतकों को परिजनों को और मिलने जुलने वालों को नववर्ष की बधाइयां ग्रीटिंग कार्ड के जरिए भेजा करते थे लेकिन सोशल मीडिया के इस दौर में अब ग्रीटिंग कार्ड की दुकानों की रौनक फिंकी पड़ी रहती हैं क्योंकि लोगों के न्यू ईयर विश करने का तरीका बदल चुका है।


Body:एक समय था जब नया साल आने से पूर्व बाजार में ग्रीटिंग कार्ड्स की दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ा करती थी लोग अपने मिलने जुलने वालों को शुभचिंतकों को नववर्ष की बधाई देने के लिए सुंदर सुंदर ग्रीटिंग कार्ड बाजार से खरीद कर उन्हें पोस्ट के जरिए भेजा करते थे ,इसी प्रकार बधाइयों के कार्ड उनके पास भी आया करते थे लेकिन आज सोशल मीडिया के इस दौर में आदमी ने ग्रीटिंग कार्ड खरीदना एकदम बन्द सा कर दिया है ,ग्रीटिंग कार्ड बेचने वाले दुकानदार का कहना है कि अब बहुत कम ग्रीटिंग कार्ड्स नए साल पर बिकते हैं, पहले के मुकाबले बिक्री अब ना के बराबर ही होती है ,कुछ नई उम्र के बच्चे स्कूल में अपने टीचर्स वगैरह को देने को कुछ कार्ड खरीद कर ले जाते हैं ,लेकिन आमतौर पर वह दौर खत्म हो गया जो लोग एक दूसरे को कार्ड के जरिए बायपोस्ट न्यू ईयर ग्रीटिंग भेजा करते थे।

बाइट--आर्येन्दर (दुकानदार)


Conclusion:बहीं कोरियर का काम करने वाले पीयूष का कहना है कि पहले नया साल आने से पूर्व कोरियर में ग्रीटिंग पोस्ट करने की होड़ लग जाती थी लेकिन जब से सोशल मीडिया का दौर आया है तो ग्रीटिंग पोस्ट करना लोगों ने लगभग बंद ही कर दिए हैं बहुत कम संख्या में ही लोग ग्रीटिंग कार्ड्स वगैरह पोस्ट करने आते हैं ज्यादातर सोशल मीडिया के माध्यम से ही लोग अपने मिलने जुलने वालों को बधाइयां देने लगे हैं।

बाइट--पीयूष (कोरियर वाले)


समीर सक्सेना
बदायूँ
8630132286

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