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बदायूं: झूम के बरसा सावन, खिले किसानों के चेहरे

उत्तर प्रदेश के बदायूं में दो दिनों में हूई अच्छी बारिश से धान की खेती करने वाले किसानों के चेहरे खिल उठे हैं.तो वहीं मेंथा की खेती करने वाले किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है, क्योंकि मेंथा की फसल अब तैयार हो चुकी है. बारिश से फसल को नुकसान पहुंचा है.

खेती में लगे किसान
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Published : Jul 30, 2019, 7:29 AM IST

बदायूं: पानी की कमी से परेशान बुंदेलखंड के बदायूं में इस बार पिछले दो दिनों से हो रही बारिश ने धान की खेती करने वाले किसानों के चेहरे पर रौनक ला दी है. वहीं मेंथा की खेती करनें वाले मायूस हैं. किसानों का कहना है, कि बारिश से धान की खेती को फायदा तो होगा, लेकिन साथ ही मेंथा और मिर्च की खेती को नुकसान होगा.किसानों का कहना है कि ज्यादा बारिश की वजह से मिर्च की खेती समय पर नहीं कर पाएंगे, क्योंकि जब तक खेत सूख नहीं जाते मिर्च की फसल नहीं लग पायेगी.

झूम के बरसा सावन.

बारिश से किसानों के खिले चेहरे :
बारिश ने धान की खेती करने वाले किसानों के चेहरे की रौनक बढ़ा दी है. बारिश के बाद किसान अपने खेतों में धान लगाने लगे हैं. साथ ही खेतों की जुताई भी शुरू कर दी है. किसान इस बात से खुश हैं कि बारिश की वजह से उनकी धान के खेती समय शुरू हो गयी है. उन्हें उम्मीद है कि इस बार उनकी फसल अच्छी होगी. बता दें कि इस बार उत्तर भारत में जोरदार बारिश हो रही है. कई नदियां उफान पर हैं. माना जा रहा है कि आने वाले दो महीनों में भी बारिश लगातार होती रहेगी. इससे खरीफ की फसलों के उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी.

बदायूं: पानी की कमी से परेशान बुंदेलखंड के बदायूं में इस बार पिछले दो दिनों से हो रही बारिश ने धान की खेती करने वाले किसानों के चेहरे पर रौनक ला दी है. वहीं मेंथा की खेती करनें वाले मायूस हैं. किसानों का कहना है, कि बारिश से धान की खेती को फायदा तो होगा, लेकिन साथ ही मेंथा और मिर्च की खेती को नुकसान होगा.किसानों का कहना है कि ज्यादा बारिश की वजह से मिर्च की खेती समय पर नहीं कर पाएंगे, क्योंकि जब तक खेत सूख नहीं जाते मिर्च की फसल नहीं लग पायेगी.

झूम के बरसा सावन.

बारिश से किसानों के खिले चेहरे :
बारिश ने धान की खेती करने वाले किसानों के चेहरे की रौनक बढ़ा दी है. बारिश के बाद किसान अपने खेतों में धान लगाने लगे हैं. साथ ही खेतों की जुताई भी शुरू कर दी है. किसान इस बात से खुश हैं कि बारिश की वजह से उनकी धान के खेती समय शुरू हो गयी है. उन्हें उम्मीद है कि इस बार उनकी फसल अच्छी होगी. बता दें कि इस बार उत्तर भारत में जोरदार बारिश हो रही है. कई नदियां उफान पर हैं. माना जा रहा है कि आने वाले दो महीनों में भी बारिश लगातार होती रहेगी. इससे खरीफ की फसलों के उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी.

Intro:बदायूँ में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से धान के किसानों के चेहरे खिल गए है तो वही मेंथा और शिवालय की खेती करने वाले किसान मायूस हो गए है ...देखिये ये रिपोर्ट....


Body:बदायूँ में बारिश ने धान की खेती करने वाले किसानों के चेहरे की रौनक बढ़ा दी है ...बारिश के बाद अब अपने अपने खेतों में धान लगाने लगे है ...साथ ही ट्रैक्टर से जुताई भी शुरू कर दी है ...और वो इस बात से खुश है कि बारिश की वजह से उनकी धान के खेती समय शुरू हो गयी है ....किसान सुबह से ही अपने खेत में पहुँच कर धान लगा रहे है....और उन्हें उम्मीद है कि उनकी फसल अच्छी होगी ...वही दूसरी तरफ मेंथा और शिवालय की खेती करने वाले किसान जरूर निराश हो गए है ...क्योंकि बारिश की वजह से उनकी खेती में अच्छा खासा नुकसान हुआ है ...उनकी मेंथा की फसल कटने को थी ऐसे में बारिश हो गयी जिसे उनकी खेती को नुकसान हो गया है ....


Conclusion:वही किसानों का कहना था कि बारिश से धान की खेती को फायदा होगा लेकिन उसके साथ ही मेंथा और शिवालय की खेती को भी नुकसान हुआ है और मिर्च की खेती को बारिश से नुकसान होगा और समय से मिर्च की खेती नहींकर पाएंगे जब तक की खेत सूखेगा नही ...
(बाइट- पिंटू, किसान)
(बाइट - सुरेश किसान)
(क्रांतिवीर सिंह, 7011197408)
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