बदायूं: जनपद के उघैती थाना क्षेत्र में शनिवार को गड्ढे में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई. बच्चों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया. हादसे से आक्रोशित परिजनों ने बच्चों के शव एक्सप्रेस वे पर रखकर जाम लगा दिया.
दरअसल, हादसा उघैती थाना क्षेत्र के ग्राम एपुरा निवासी फुरकान (10) पुत्र तसब्बर और समीर (11) पुत्र शफी खेत में धान लगाने आए थे. खेत के पास में ही प्रयागराज को जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के दौरान मिट्टी निकालने के लिए गड्ढे खोदे गए थे, जिसमें पानी भरा था. बताया जाता है कि बच्चों का पैर फिसला और वो दोनों गड्ढे में जा गिरे. गड्ढा काफी गहरा होने के कारण दोनों बच्चे डूबने लगे. आसपास मौजूद लोगों ने बच्चों को डूबते देखा तो परिवार वालों को जानकारी दी. साथ ही गांव वाले उन्हें बचाने के लिए गड्ढे में उतर गए. तकरीबन घंटेभर तक बच्चों की तलाश जारी रही. इसी बीच उघैती के अलावा इस्लामनगर व बिसौली थानों की पुलिस एंबुलेंस लेकर मौके पर पहुंच गई. डॉक्टर भी मौके पर बुला लिए गए. दोनों को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी.
एसडीएम बिसौली विजय मिश्रा का कहना है कि इन गड्ढों में डूब कर एक मौत पहले भी हो चुकी है, आज दो बच्चों की मौत हुई है. बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पीड़ित परिवार को दैवीय आपदा के अंतर्गत मिलने वाला 4 लाख का अनुदान उपलब्ध करवाया जाएगा. मामले में गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण करने वाले ठेकेदारों की घोर लापरवाही उजागर होती है.
गौरतलब है कि यहां 28 जून को भी थाना इस्लामनगर इलाके के गांव नसरौल निवासी रूपेश (7) पुत्र बुद्धसेन की भी ऐसे ही गड्ढे में डूबकर मौत हो गई थी. इसके बाद भी सिस्टम ने सबक नहीं लिया और शनिवार को दो मासूमों की जान चली गई.
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