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बदायूं: किसानों का गन्ना भुगतान न होने पर 'भाकियू' कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में किसानों को गन्ना भुगतान न होने पर 'भारतीय किसान यूनियन' के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.

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Published : Dec 2, 2019, 1:14 PM IST

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किसानों का गन्ना भुगतान न होने पर 'भाकियू' कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

बदायूंः जिले में किसानों को गन्ना भुगतान न होने पर रविवार को 'भारतीय किसान यूनियन' के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदेश भर में किसानों का पिछले साल से गन्ना भुगतान नहीं हुआ है. बदायूं जिले में 'यदु शुगर' मिल पर पिछले साल का करीब 100 करोड़ रुपया बकाया है. गन्ना आयुक्त और शासन-प्रशासन के निर्देशों के बाद भी गन्ना मिल के अधिकारी किसानों के भुगतान को लेकर लापरबाई रहे हैं.

किसानों का गन्ना भुगतान न होने पर 'भाकियू' कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

किसान आए दिन अपनी मांगों को लेकर सरकार विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाते हैं. किसानों को गन्ना भुगतान न होने के कारण किसान में काफी अक्रोश है. बदायूं जिले में स्थित प्राइवेट 'यदु शुगर' मिल के खिलाफ गन्ना आयुक्त और प्रशासन के द्नारा भुगतान करने के संबंध में आरसी जारी की जा चुकी है. बदायूं जिले में 86 गन्ना सेंटर हैं, जिसमें से 55 गन्ना सेंटर पर प्राइवेट 'यदु शुगर' मिल का आधिपत्य है.

इस मामले में जिला गन्ना अधिकारी रामकिशन ने बताया कि जनपद में 2 शुगर मिलें हैं, जिसमें एक सहकारी चीनी मिल और दूसरी प्राइवेट 'यदु शुगर' मिल है. सहकारी शुगर मिल की पिराई क्षमता बहुत कम है. प्राइवेट 'यदु शुगर' मिल की क्षमता अधिक है. यदु शुगर मिल की क्षमता अधिक होने से किसान इसी मिल पर गन्ना ले जाते हैं. 'यदु शुगर' मिल पर किसानों का करीब 100 करोड़ रुपया पिछले साल का बकाया है. यह मिल किसानों के बकाया भुगतान नहीं कर रही है. इस मिल ने किसानों के पिछले साल का केवल 15 दिनों का ही पेमेंट किया है. इस मिल पर जल्द ही कुर्की की कार्यवाही की जायेगी.

जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने बताया कि यदु शुगर मिल के बकाया भुगतान के लिए गन्ना अधिकारी सहित प्रशासनिक अधिकारी प्रयास कर रहे हैं. जनपद के जनप्रतिनिधि भी पिछले काफी समय से मिल पर किसानों का बकाया देने का दबाव बना रहे हैं. उसके बाद भी मिल प्रशासन किसानों का बकाया नहीं दे रहा है. गन्ना मिल को आरसी भी जारी की गई है. गन्ना आयुक्त ने भी मिल को 10 दिनों में भुगतान करने का अल्टीमेटम भी दिया है.

बीजेपी सरकार ने वादा किया था कि अगर हमारी सरकार बनी तो 15 दिनों में किसानों का बकाया दिया जाएगा. लेकिन 3 साल के बाद भी किसानों का बकाया नहीं दिया है. किसानों की इस दुर्दशा के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार है. भाजपा का किसान विरोधी चेहरा सामने आ गया है. यह हाल केवल बदायूं का नहीं, पूरे प्रदेश का है. इसलिए हम हमेशा कहते हैं कि भाजपा कभी भी किसानों का भला नहीं कर सकती है. जब हमारी सरकार थी तो हमने किसानों का भुगतान कराया. गन्ना मूल्य भी बढ़ाया. हमने किसानों का कर्ज भी माफ किया.
-धर्मेंद्र यादव,पूर्व सांसद सपा

बदायूंः जिले में किसानों को गन्ना भुगतान न होने पर रविवार को 'भारतीय किसान यूनियन' के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदेश भर में किसानों का पिछले साल से गन्ना भुगतान नहीं हुआ है. बदायूं जिले में 'यदु शुगर' मिल पर पिछले साल का करीब 100 करोड़ रुपया बकाया है. गन्ना आयुक्त और शासन-प्रशासन के निर्देशों के बाद भी गन्ना मिल के अधिकारी किसानों के भुगतान को लेकर लापरबाई रहे हैं.

किसानों का गन्ना भुगतान न होने पर 'भाकियू' कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन

किसान आए दिन अपनी मांगों को लेकर सरकार विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाते हैं. किसानों को गन्ना भुगतान न होने के कारण किसान में काफी अक्रोश है. बदायूं जिले में स्थित प्राइवेट 'यदु शुगर' मिल के खिलाफ गन्ना आयुक्त और प्रशासन के द्नारा भुगतान करने के संबंध में आरसी जारी की जा चुकी है. बदायूं जिले में 86 गन्ना सेंटर हैं, जिसमें से 55 गन्ना सेंटर पर प्राइवेट 'यदु शुगर' मिल का आधिपत्य है.

इस मामले में जिला गन्ना अधिकारी रामकिशन ने बताया कि जनपद में 2 शुगर मिलें हैं, जिसमें एक सहकारी चीनी मिल और दूसरी प्राइवेट 'यदु शुगर' मिल है. सहकारी शुगर मिल की पिराई क्षमता बहुत कम है. प्राइवेट 'यदु शुगर' मिल की क्षमता अधिक है. यदु शुगर मिल की क्षमता अधिक होने से किसान इसी मिल पर गन्ना ले जाते हैं. 'यदु शुगर' मिल पर किसानों का करीब 100 करोड़ रुपया पिछले साल का बकाया है. यह मिल किसानों के बकाया भुगतान नहीं कर रही है. इस मिल ने किसानों के पिछले साल का केवल 15 दिनों का ही पेमेंट किया है. इस मिल पर जल्द ही कुर्की की कार्यवाही की जायेगी.

जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने बताया कि यदु शुगर मिल के बकाया भुगतान के लिए गन्ना अधिकारी सहित प्रशासनिक अधिकारी प्रयास कर रहे हैं. जनपद के जनप्रतिनिधि भी पिछले काफी समय से मिल पर किसानों का बकाया देने का दबाव बना रहे हैं. उसके बाद भी मिल प्रशासन किसानों का बकाया नहीं दे रहा है. गन्ना मिल को आरसी भी जारी की गई है. गन्ना आयुक्त ने भी मिल को 10 दिनों में भुगतान करने का अल्टीमेटम भी दिया है.

बीजेपी सरकार ने वादा किया था कि अगर हमारी सरकार बनी तो 15 दिनों में किसानों का बकाया दिया जाएगा. लेकिन 3 साल के बाद भी किसानों का बकाया नहीं दिया है. किसानों की इस दुर्दशा के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार है. भाजपा का किसान विरोधी चेहरा सामने आ गया है. यह हाल केवल बदायूं का नहीं, पूरे प्रदेश का है. इसलिए हम हमेशा कहते हैं कि भाजपा कभी भी किसानों का भला नहीं कर सकती है. जब हमारी सरकार थी तो हमने किसानों का भुगतान कराया. गन्ना मूल्य भी बढ़ाया. हमने किसानों का कर्ज भी माफ किया.
-धर्मेंद्र यादव,पूर्व सांसद सपा

Intro:उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है ,किसानों का यूपी सरकार अभी तक पिछले साल का गन्ना भुगतान कराने में नाकाम रही है ,अकेले बदायूं जनपद में यदु शुगर मिल पर पिछले साल का करीब 100 करोड रुपया बकाया है ,आयुक्त गन्ना और प्रशासनिक अधिकारी के दबाव में भी मिल किसानों का बकाया देना नहीं चाहती है ,मिल के खिलाफ आरसी जारी होने के बाद भी मिल ने जिले के 86 गन्ना सेंटरों में से 55 अपने नाम करा लिए हैं, अब जनपद के किसान इस मिल को अपना गन्ना नहीं देना चाहते हैं ,किसान अपना गन्ना जला रहे हैं वहीं यदु शुगर मिल प्राइवेट तौर पर किसानों का गन्ना खरीद रही है किसानों की समस्या का समाधान अभी तक किसी अधिकारी के साथ राजनीतिक दल के पास भी नहीं है।


Body:जनपद में 2 शुगर मिले हैं जिसमें एक सहकारी चीनी मिल और दूसरी प्राइवेट यदु शुगर मिल है सहकारी शुगर मिल की पिराई क्षमता बहुत कम है, जबकि यदु शुगर मिल की क्षमता ज्यादा है इसकी वजह से ज्यादा किसान इसी शुगर मिल पर गन्ना देते है, इस मिल पर किसानों का करीब 100 करोड़ रूपया पिछले साल का बकाया है, यह मिल किसानों के बकाया का भुगतान नहीं कर रही है ,इस मिल ने पिछले साल का केवल 15 दिनों का ही पेमेंट किया है ,इस मिल पर जल्द ही कुर्की की कार्यवाही की जायेगी।

बाइट--रामकिशन (जिला गन्ना अधिकारी)




Conclusion:यदु शुगर मिल के बकाया भुगतान के लिए गन्ना अधिकारी सहित प्रशासनिक अधिकारी लगे हुए हैं वही जनपद के जनप्रतिनिधि भी पिछले काफी समय से मिल पर किसानों का बकाया देने का दवाब बनाने बना रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी मिल प्रशासन किसानों का बकाया नहीं दे रहा है मिल को आरसी भी जारी की गई है, वहीं गन्ना आयुक्त ने भी मिल को 10 दिनों में भुगतान करने का अल्टीमेटम भी दिया है ।

बाइट--कुमार प्रशांत (जिलाधिकारी)

वहीं समाजवादी के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने वादा किया था कि अगर हमारी सरकार बनी तो 15 दिनों में किसानों का बकाया दिया जाएगा मगर 3 साल बाद भी किसानों का बकाया नहीं दिया है इस दुर्दशा के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार है भाजपा का किसान विरोधी चेहरा सामने आ गया है यही हाल बदायूं का ही नहीं पूरे प्रदेश का है इसलिए हम हमेशा कहते हैं कि भाजपा कभी भी किसानों का भला नहीं कर सकती जब हमारी सरकार थी तो हमने किसानों का भुगतान कराया गन्ना मूल भी बढ़ाया हमने किसानों का कर्ज भी माफ किया।

बाइट--धर्मेंद्र यादव (पूर्व सांसद बदायूँ सपा)


समीर सक्सेना
बदायूँ
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