बदायूं: जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2021 को लेकर शासन से लेकर प्रशासन तक पूरी तैयारियां हो चुकी है. जो छोटी-मोटी कमियां थी, उनको भी प्रशासन ने पूरा कर लिया है. पिछली बार जहां 1266 क्षेत्र पंचायत सदस्य पदों के लिए चुनाव हुआ था. वहीं, इस बार 1261 क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए चुनाव होगा. ऐसे में इस बार 5 सीटें क्षेत्र पंचायत की जिले में कम हो गई हैं.
जिले में पिछले पंचायत चुनाव में जिला पंचायत की 51 सीटों पर चुनाव हुआ था. वहीं, क्षेत्र पंचायत की 1266 सीटों पर तथा ग्राम पंचायत की 1038 सीटों पर वोट डाले गए थे. इस बार तस्वीर थोड़ी सी बदली हुई है. दहगंवा को नगर पंचायत का दर्जा मिल गया है, इससे वहां की 5 क्षेत्र पंचायत की सीटें तथा एक वार्ड प्रभावित हो रहा है. जिसके चलते इस बार का चुनाव 1261 क्षेत्र पंचायत सीटों के लिए लड़ा जाएगा. वहीं, ग्राम पंचायत की भी एक सीट कम हुई है. इस बार 1037 ग्राम पंचायतों पर चुनाव होगा, लेकिन इसका का फर्क जिला पंचायत की सीटों पर नहीं पड़ा है. जिला पंचायत की 51 सीटों पर ही इस बार भी चुनाव होगा.
ईटीवी भारत की टीम ने बदायूं जिला पंचायत क्षेत्रों का भ्रमण किया और स्थानीय लोगों से बातचीत की. ज्यादातर ग्रामीणों का आरोप था कि पिछले 5 सालों में जिला पंचायत की तरफ से क्षेत्रों में किए जाने वाले मूलभूत काम भी हो पाए. जिला पंचायत राजनीति और भ्रष्टाचार का अखाड़ा बनी रही. ग्रामीणों ने बताया कि जब जिसकी सता रही, उसने अपने मनचाहे क्षेत्रों में ही काम करवाया.
अगले जनप्रतिनिधि से क्षेत्रवासियों को जागी उम्मीद
पिछले जिला पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की थी. उसके बाद बीजेपी की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. कुछ समय के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया गया, जो जिला पंचायत के कामों को देखा करती थी. इसके बाद बीजेपी का जिला पंचायत अध्यक्ष रहा, तो कुल मिलाकर जिला पंचायत राजनीति का अखाड़ा बनी रही. जिसके चलते क्षेत्र में बहुत से काम नहीं हो पाए, लेकिन नागरिकों में आगामी चुनाव को लेकर एक बार फिर से उम्मीद जागी है. लोगों का मानना है कि वह इस बार जिस जनप्रतिनिधि को चुनेंगे, वह क्षेत्र में विकास कार्य करेगा.