बदायूं : जिले के उसावा में विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम के दौरान आंवला से भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप के सामने सरकारी योजना की पोल खुल गई. कार्यक्रम में सांसद जब पीएम आवास के लाभार्थियों को चाबी दे रहे थे, तब उन्होंने एक लाभार्थी बुजुर्ग महिला से पूछ लिया कि पीएम आवास के लिए कोई पैसा तो नहीं दिया है. इस पर बुजुर्ग ने कहा कि उसने 30 हजार रुपए दिए हैं. यह सुनते ही वहां मौजदू हर कोई स्तब्ध रह गया. सांसद ने इसे गंभीर मामला बताते हुए जांच के आदेश दिए हैं. वहीं इस प्रकरण की हर तरफ चर्चा है.
सांसद धर्मेंद्र कश्यप शुक्रवार को बदायूं में उसावां गांव में विकसित भारत संकल्प यात्रा में हिस्सा लेने पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ विधायक राजीव कुमार सिंह भी थे. इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र और पीएम आवास की चाबियां सौंपीं. सांसद अपने क्षेत्र की जनता से यह भी पूछ रहे थे कि क्या उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को लाभ मिल रहा है या नहीं. इसी क्रम में वे पीएम आवास योजना की लाभार्थी बुजुर्ग महिला से बातचीत करने लगे.
सांसद ने बूढ़ी अम्मां से पूछा कि क्या इस आवास के लिए उनसे किसी ने पैसे तो नहीं लिए हैं? इस पर बुजुर्ग झिझक गईं. फिर हिम्मत कर जवाब दिया कि आवास के लिए 30 हजार रुपये दिए हैं. सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने स्थिति बिगड़ने से बचाने के लिए फिर दूसरा सवाल कर दिया. पूछा कि क्या इस आवास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहती हैं, इस पर महिला ने हां में जवाब दिया. इस प्रकरण के बाद सांसद ने आवास के लिए 30 हजार की वसूली की जांच कराने की बात कही है.
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