बदायूं: जिला जेल कोरोना मुक्त हो चुकी थी, लेकिन एक बार फिर 45 कैदियों के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद जेल में हड़कंप मच गया है, यूं तो जेल से कोरोना की विदाई हो चुकी थी. कोरोना के चलते जिला जेल के सामने अस्थाई जेल बनाई गई थी, जिसमें नए आने वाले कैदियों को रखा जाता था. कोरोना निगेटिव आने के बाद ही उन्हें जिला जेल में भेजा जाता था, जो कैदी पॉजिटिव आते थे उन्हें इलाज हेतु L-1 अस्पताल में भर्ती करवाया जाता था.
एक बार फिर जांच रिपोर्ट आने के बाद जिला जेल में हड़कंप है. क्योंकि उसमे 45 कैदी कोरोना पॉजिटिव आए हैं. हालांकि जेल प्रशासन की तरफ से शुरुआत में कैदियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जेल के ठीक सामने अस्थाई जेल बनाई गई थी, जिसमें नए आने वाले कैदियों को रखा जाता था और जांच उपरांत उनके निगेटिव आने पर ही उन्हें जिला जेल में प्रवेश दिया जाता था. अगर उनमें से कोई कैदी पॉजिटिव आता था तो उसे अस्पताल में भर्ती करवा दिया जाता था. ताजा रिपोर्ट में 45 कैदी पॉजिटिव आए हैं, जिससे एक बार फिर जेल प्रशासन पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है.
45 कैदियों के पॉजिटिव आने के बाद जेल प्रशासन एक बार फिर सवालों के घेरे में है. जब अस्थाई जेल से कोई भी व्यक्ति नेगेटिव रिपोर्ट आए बिना जिला जेल में प्रवेश नहीं कर सकता, तो 45 लोगों का पॉजिटिव आना जेल प्रशासन पर एक बड़ा सवाल तो खड़ा करता ही है.
पूरे मामले पर जिलाधिकारी कुमार प्रशांत का कहना है कि आरटीपीसीआर जांच में एक बार फिर जिला जेल में 45 कैदियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. सभी पॉजिटिव कैदियों को जेल में अलग बैरक में रखा गया है. उन्हें डॉक्टरों की सलाह के अनुसार दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही है और डॉक्टरों की देखरेख में उनका इलाज वहां चल रहा है.