आजमगढ़: डीएम नागेंद्र प्रताप सिंह द्वारा राशन माफियाओं के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत मंगलवार जिले में 3 राशन की दुकानें निलंबित की गईं. इस दौरान राशन की हेराफेरी करने वाले 2 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. जिला प्रशासन द्वारा चलाए गए इस अभियान से राशन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है.
डीएम नागेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री योजना के तहत जो अतिरिक्त चावल देने की व्यवस्था की गई थी, उसके लिए आजमगढ़ में 770278 कार्ड होल्डर हैं. जिनके बीच 16476 मीट्रिक टन चावल वितरित होना था. 6 दिनों के भीतर 621000 कार्ड होल्डरों में राशन का लगभग 85 प्रतिशत से अधिक हिस्सा वितरित कर दिया गया. जिसे लेकर कई विक्रेताओं की शिकायतें पाई गईं. मामले को लेकर संबंधित अधिकारियों को जांच के आदेश दिए गए थे. जांच में कमी पाए जाने पर फूलपुर, अतरौलिया व तागड़ी की 3 दुकानों को निलंबित कर दिया गया. साथ ही दो दुकानों के व्यापारियों पर स्थानीय थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है. डीएम ने बताया कि कोविड-19 जैसे विपदा की घड़ी में भी कई कोटेदार अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसे में इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है.
बता दें, आजमगढ़ जिला प्रशासन द्वारा राशन माफियाओं के विरुद्ध चलाए गए इस अभियान में अब तक लगभग 10 कोटेदार और आधा दर्जन से अधिक ग्राम प्रधानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जा चुका है. फिलहाल जिला प्रशासन की कार्रवाई जारी है. जिले में जहां भी शिकायतें मिल रही हैं डीएम मामले को संज्ञान में लेकर संबंधित अधिकारियों को जांच के आदेश दे रहे हैं. जिसके बाद दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही हैं.