आजमगढ़ : प्रदेश की सबसे हाइटेक जेल में हुए खूनी संघर्ष के बाद उपजे बवाल को शांत करवाने के लिए पीएसी के साथ सीआईएसएफ फोर्स को भी लगाना पड़ा था. वहीं इसकी जांच के बाद जेल के तीनों महत्वपूर्ण अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.
16 मार्च को जेल में हुए खूनी संघर्ष के बाद जहां कार्यवाही करते हुए तीन बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया गया था. वहीं डीआईजी जेल फैजाबाद अपर्णा गांगुली तथा डीएम और एसपी आजमगढ़ की रिपोर्ट में जेल के अधिकारियों को बवाल के लिए दोषी बताए जाने के बाद शासन से कार्यवाही के लिए फाइल चुनाव आयोग को भेजी गई थी. आयोग से हरी झंडी मिलने पर जेल अधीक्षक अनिल कुमार गौतम जेलर हरीश कुमार और डिप्टी जेलर भोलानाथ अंबेडकर को निलंबित कर दिया गया है.
जिलाधिकारी शिवकांत दिवेदी ने बताया कि घटना के बाद जांच के आदेश दे दिए गए थे. जांच में दोषी पाये जाने पर पहले ही 3 जेल पुलिस कर्मियों को निलंबित किया जा चुका है. अब जेल के तीनों महत्वपूर्ण अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. आपको बता दें कि जेल में छापेमारी के बाद 35 मोबाइल फोन बरामद हुएथे. जिसके बाद जेल में कैदियों और पुलिस के बीच 5 घंटे तक चले संघर्ष के साथ फायरिंग भी की गई थी.