आजमगढ़: जिले में वर्ष 1997 में रंगमंच की शुरुआत करने वाले वरिष्ठ रंगकर्मी अभिषेक पंडित युवाओं को रंगमंच के क्षेत्र में एक नया प्लेटफार्म देने में लगे हुए हैं. अभिषेक पंडित 2015 में बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार से पुरस्कृत किए गए हैं. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए वरिष्ठ रंगकर्मी अभिषेक पंडित ने नाटय कला के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि नाटय कला भारत की प्राचीन विधा है.
- रंगकर्मी अभिषेक पंडित भारतीय नाटय कार्यक्रमों के माध्यम से जिले के युवाओं को ट्रेंड कर रहे हैं.
- अभिषेक पंडित जिन युवाओं को रंगमंच की ट्रेनिंग दे रहे हैं, उनसे टेनिंग का कोई शुल्क नहीं ले रहे.
- अभिषेक का कहना है कि जनपद की विरासत को बचाने के लिए हम युवाओं को ट्रेंड कर रहे हैं.
- अभिषेक का मानना है कि नाटय ट्रेनिंग से युवा आगे चलकर जिले और देश का नाम रोशन कर सकेंगे.
- अभिषेक केंद्रीय नाटक एकेडमी और विभिन्न सांस्कृतिक में अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं.
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वरिष्ठ रंगकर्मी अभिषेक पंडित ने बताया कि भारतीय नाट्य पर आधारित कार्यक्रमों के माध्यम से जिले के उन युवाओं को शिक्षित और ट्रेंड किया जा रहा है, जो युवा भविष्य में रंगमंच और फिल्म के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक विरासत में आजमगढ़ की धरती ने अयोध्या सिंह उपाध्याय, हरिऔध चंद्रबली पांडे, कैफी आजमी, राहुल सांकृत्यायन और शबाना आजमी जैसी शख्सियतों को जन्म दिया है. जिन्होंने भारत ही नहीं देश दुनिया में अपने नाम की पताका फहराया है. रंगकर्मी ने बताया कि आजमगढ़ के युवाओं को महापुरुषों की विरासत संभालने के लिए ट्रेंड किया जा रहा है, जिससे युवा अपने पुरखों की विरासत को बचा सकें.