आजमगढ़: कोरोना के लगातार बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए आजमगढ़ मंडल के मंडल आयुक्त विजय विश्वास पंत ने सराहनीय पहल की है. इस पहल के बाद अब गन्ना किसानों को गन्ना पर्चियों के लिए चीनी मिलों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. उन्होंने जनपद में गन्ने की खेती करने वाले किसानों का सर्वे कराया है. सर्वे में जनपद के 24,112 किसानों को चिन्हित किया गया है. इन सभी किसानों को पर्चियों के लिए चीनी मिलों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. मंडल आयुक्त विजय विश्वास पंत की पहल पर इन किसानों के मोबाइल पर संदेश जाएगा. इससे किसानों के समय की बचत भी होगी और कोरोना से भी बचाव हो सकेगा.
मंडलायुक्त ने बताया कि जनपद में 15 नवंबर से पेराई सत्र शुरू होना है. ऐसे में जनपद के 37 क्रय केंद्र जो बनाए गए हैं उन सभी क्रय केंद्रों पर किसानों का गन्ना क्रय किया जाएगा. इसके साथ ही एसएमएस द्वारा किसानों को सूचित किया जाएगा जिससे उन्हें बिना वजह के चीनी मिल के चक्कर न लगाने पड़ें. इससे निश्चित रूप से किसानों के साथ-साथ विभाग को भी काफी सुविधा मिलेगी और जनपद के गन्ना किसानों का काम सुगमतापूर्वक होता रहेगा.
बता दें कि आजमगढ़ जनपद में बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती की जाती है. ऐसे में इन किसानों को अपने गन्ने को बेचने के लिये चीनी मिलों का चक्कर लगाना पड़ता है. जब पूरा देश कोरोना की महामारी से जूझ रहा है, ऐसे में आजमगढ़ प्रशासन ने सराहनीय पहल करते हुए सारे किसानों के नंबर कलेक्ट कर लिए हैं. इससे इन किसानों को समय रहते सूचित भी किया जा सके और उन्हें किसी तरह की समस्या का सामना भी ना करना पड़े.