आजमगढ़: जहानागंज थाना क्षेत्र के रहने वाले एक एसएसबी के जवान की सड़क हादसे में मौत हो गई. शुक्रवार को लखनऊ से शव घर पहुंचने पर परिजनों में कोहराम मच गया. जवान छुट्टी पर घर आया था और बबुरा बाजार में हुए हादसे में घायल हो गया था. उसे आजमगढ़ से लखनऊ रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हुई.
जहानागंज के हथौता गांव निवासी नागेंद्र यादव पुत्र हरिकेश यादव एसएसबी में जवान थे. वे 2014 में बिहार में एसएसबी में तैनात हुए थे. नागेंद्र अभी अविवाहित थे और तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर थे. कुछ दिनों पूर्व वह छुट्टी पर घर आए थे. बीते 16 नवंबर को वह सामान खरीदने के लिए मऊ के चिरैयाकोट बाजार गए थे. लौटते समय बबुरा बाजार के पास अज्ञात वाहन की चपेट में आकर घायल हो गए थे. उन्हें जिला मुख्यालय स्थित प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां से उन्हें लखनऊ रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. शनिवार को एसएसबी जवान का शव लखनऊ से घर पहुंचने पर परिजनों में कोहराम मच गया.
सशस्त्र सीमा बल के वाहन से जवान नागेंद्र का शव लखनऊ से घर पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लग गया. मां-बाप का रो-रोकर बुरा हाल था. बेटे का शव देखकर मां बेसुध पड़ी थी तो पिता लाचार नजर आ रहे थे. नागेंद्र के परिजनों, रिश्तेदारों, मित्रों और श्रद्धांजलि देने पहुंचे लोगों की आंखें नम थीं. शनिवार देर रात अंतिम संस्कार के लिए नागेंद्र का शव गाजीपुर ले जाया गया, जहां गंगा किनारे स्थित घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. पिता हरिकेश यादव ने मुखाग्नि दी तो माहौल एक बार फिर गमगीन हो गया. नागेंद्र के परिजनों ने मांग की है कि उन्हें सरकार शहीद का दर्जा दे और नागेंद्र के छोटे भाई अवधेश यादव को नौकरी दी जाए.
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