आजमगढ़: बिलरियागंज में सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर रही महिलाओं के ऊपर पुलिस के आंसू गैस छोड़ने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. एक तरफ सपा इसके लिए प्रशासन को दोषी मान रही है तो कांग्रेस ने मामले की रिपोर्ट पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी को भेजी है. अब प्रियंका गांधी ने आजमगढ़ आकर बिलरियागंज की महिलाओं से मिलने का फैसला लिया है.
कांग्रेस का 13 सदस्यीय डेलिगेशन के रिपोर्ट के आधार पर फैसला
इस मामले पर ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए आजमगढ़ कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रवीण सिंह ने बताया कि प्रियंका गांधी बिलरियागंज की घटना के दिन से ही पूरे मामले पर नजर रख रही हैं. उनको लगता है कि बिलरियागंज में महिलाओं का उत्पीड़न हुआ है और महिलाओं के साथ खड़े होने की आवश्यकता है. प्रियंका गांधी ने बिलरियागंज में कांग्रेस का 13 सदस्यीय डेलिगेशन भी भेजा था. डेलिगेशन की रिपोर्ट से प्रियंका गांधी को साफ पता चला कि बिलरियागंज में मानवीय मूल्यों का प्रशासन ने जानबूझकर दमन किया है. इसके बाद प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवारों से मिलने का फैसला लिया.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने आजमगढ़ के सांसद अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव टि्वटर वाले नेता हैं. आजमगढ़ के मतदाता उनसे आशा करते हैं कि वह सुख-दुख में साथ खड़े होंगे पर विपक्ष की भूमिका निभाने में सपा पूरी तरह से असफल साबित हो रही है.
मौलाना मो. जौहर पार्क में सीएए के विरोध के दौरान हुई घटना
बता दें कि आजमगढ़ बिलरियागंज के मौलाना मोहम्मद जौहर पार्क में सीएए के विरोध में बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं प्रदर्शन कर रही थीं. इस दौरान प्रशासन के कई बार समझाने के बाद भी जब वह महिलाएं नहीं मानीं तो प्रशासन ने बल प्रयोग करते हुए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज कर मैदान खाली करा दिया. इसके बाद से ही लगातार इस पूरे मामले पर सपा और कांग्रेस के लोग प्रशासन पर महिलाओं के उत्पीड़न का आरोप लगा रहे हैं.