आजमगढ़: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 16 जून को प्रदेश के उन सभी अस्पतालों को खोलने के निर्देश दिए, जहां पर कोरोना वायरस के कारण ओपीडी बंद कर दी गई थी. वहीं 4 दिन बीत जाने के बाद भी जिला मंडलीय चिकित्सालय की ओपीडी नहीं शुरू हो सकी है. इस कारण दूरदराज से अपना इलाज कराने आए मरीजों को दर-दर भटकना पड़ रहा है.
प्राइवेट डॉक्टरों के पास जाने को मजबूर हैं मरीज
जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर से आए सुरेश कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि मंडलीय चिकित्सालय में कोई देखने वाला चिकित्सक नहीं है. हम लोग काफी उम्मीद से आए थे कि अपना इलाज कराएंगे पर कोई भी डॉक्टर ओपीडी में नहीं बैठा है. इस कारण अब हमें किसी प्राइवेट डॉक्टर के पास जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
मरीजों को हो रही परेशानी
सुरेश का कहना है कि 4 दिन पहले मुख्यमंत्री का अस्पतालों को खोलने का निर्देश आया है, बावजूद इसके अभी तक अस्पताल नहीं खुल सका, जिससे दूरदराज से आने वाले मरीज परेशान हो रहे हैं. अपने परिवार का इलाज कराने आए दीपक राय का कहना है कि हम लोग जिला मुख्यालय से लगभग 45 किलोमीटर दूर से अपने परिजनों का इलाज कराने आए थे पर यहां पता चला कि ओपीडी बंद है, जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 16 जून से प्रदेश के समस्त जनपदों में ओपीडी शुरू कराने का निर्देश दिया था. अन्य जनपदों में ओपीडी चल रही है, लेकिन आजमगढ़ जिले में बंद है.
डॉक्टरों को सता रहा कोरोना का डर
मरीज के साथ आए दीपक राय का कहना है कि यहां के डॉक्टर अपने घरों पर मरीजों को बुलाकर देख रहे हैं. जबकि अस्पताल में उन्हें कोरोना का डर सता रहा है. उनका कहना है कि ओपीडी बंद होने के कारण जनपद में बड़ी संख्या में मरीजों को निराश होकर या किसी प्राइवेट डॉक्टर के पास जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
जल्द शुरू होगी ओपीडी
वहीं इस बारे में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके सिंह का कहना है कि सीएमओ ने भी मंडलीय चिकित्सालय में ओपीडी शुरू करने का निर्देश दिया है. जल्द ही मंडलीय चिकित्सालय की ओपीडी शुरू कर दी जाएगी, जिससे दूरदराज से आने वाले मरीजों को इलाज कराने में आसानी होगी.
आजमगढ़: 15 दिन से बंद मंडलीय चिकित्सालय की ओपीडी, दर-दर भटक रहे मरीज
निराश होकर लौट रहे मरीज
आजमगढ़ मंडलीय जिला अस्पताल में 27 मई को एक डॉक्टर के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से ओपीडी पूरी तरीके से बंद कर दी गई थी. अब डॉक्टर पूरी तरीके से स्वस्थ हो चुके हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अस्पतालों को खोलने का निर्देश दिया है, बावजूद इसके मंडलीय चिकित्सालय की ओपीडी सेवाएं अभी तक नहीं शुरू हो पाई हैं, जिसके कारण जनपद में बड़ी संख्या में दूरदराज से आने वाले गरीब मजबूर असहाय लोगों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है.