आजमगढ़ः अहरौला थाना क्षेत्र के इसहाकपुर गांव में हुए आराधना हत्याकांड को लेकर सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने गुरुवार परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने परिजनों से घटनाक्रम की जानकारी ली औरआरोपियों को फांसी की सजा दिलाने का आश्वासन दिया. इसके साथ पीड़ित परिवार को सरकार से वार्ता करें मुआवजा दिलवाने का भी आश्वासन दिया.
ओमप्रकाश राजभर इसहाकपुर गांव मृतका के परिजनों से लगभग 35 मिनट तक बातचीत की. मृतका के पिता केदार प्रजापति, भाई सुनील प्रजापति, मृतका की छोटी बहन अंशिका से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और ढांढस बंधाया. इसके बाद ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि 'हम और हमारे एक-एक कार्यकर्ता आप के साथ खड़े हैं. शासन प्रशासन से जो भी बाधाएं आएंगी उसको संवाद से लड़ाई लडकर दूर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम शासन प्रशासन के जरिए परिवार को मुआवजा दिलाने का प्रयास करेंगे. यदि पुलिस इस घटना में कार्रवाई में जरा सी भी लापरवाही करती है, तो डीजीपी से मिलकर बात करेंगे. हत्यारोपियों को फांसी से कम सजा मंजूर नहीं होगी.राजभर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कि घटना बहुत ही निर्मम और निंदनीय है. घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. शायद आसपास के जिलों में ऐसी पहली घटना सामने आई है.
वहीं, ओमप्रकाश राजभर को परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी 9 नवंबर को घर से प्रिंस यादव के साथ निकली थी. जब शाम तक वापस नहीं लौटी तो आराधना की मां शारदा देवी प्रिंस यादव के घर जानकारी लेने के लिए गयी थी, मृतका की बहन अंशिका के द्वारा प्रिंस यादव के फोन व उसके बहन के फोन आने और बहन के घर से 9 नवंबर 12:00 बजे दोपहर में प्रिंस यादव के साथ जाने सहित घटनाक्रम को बताया.
वह सब लगातार अपनी बहन की जानकारी लेते रहें लेकिन उसका मोबाइल नंबर बंद था. 15 नवंबर को टुकड़ों में शव मिलने के बाद हाथ में कंगन और काला और लाल धागे से पहचान कर ली गई थी. लेकिन सिर न मिलने के कारण पुलिस मामले को अटकाती रही. सारा घटनाक्रम को जानने के बाद ओमप्रकाश राजभर ने परिजनों को विश्वास दिलाया कि कोई भी बात हो वह बेहिचक हमारे जिलाध्यक्ष हमारे स्थानीय कार्यकर्ता से बताएं, हम उसके लिए खड़े रहेंगे.
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