आजमगढ़: जिले में नगर पालिका ने बस स्टैंड और ब्रह्मस्थान पर अवैध रूप से 28 दुकानों के निर्माण करा डाले. इन दुकानों का न तो नक्शा पास कराया गया न ही कोई संस्तुति ली गई. इस मामले की शिकायत आने के बाद जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने इन सभी दुकानों को ढहवा दिया. साथ ही इस मामले की जांच के लिए 2 सदस्यीय जांच कमेटी भी गठित कर दी है.
जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जनपद में दो स्थानों पर जो अवैध निर्माण कार्य हो रहा था मामला संज्ञान में आने पर पहले रुकवाया गया है. इसके बाद में इन दुकानों को ढहवा दिया गया. जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद की चेयरमैन अस्वस्थ हैं और नगरपालिका के युवाओं ने इस बात को लिखित में दिया कि जो भी निर्माण कार्य हो रहे हैं इसकी कोई स्वीकृत नहीं ली गई. प्रथम दृष्टया इस पूरे मामले में नगर पालिका की भूमिका संदिग्ध है. 2 सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी गई है. इस पूरे निर्माण कार्य में जो भी अवैध लेनदेन और पालिका की संलिप्तता पाई जाएगी, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल नगरपालिका की चेयरमैन शीला श्रीवास्तव काफी दिनों से अस्वस्थ हैं, जिनका लखनऊ में इलाज चल रहा है. उनकी अनुपस्थिति के चलते जिले में बड़ी मात्रा में अवैध निर्माण करा रहे हैं. वहीं जिलाधिकारी ने ऐसे कई मामलों का संज्ञान लेकर कार्रवाई भी की है.
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