ETV Bharat / state

आजमगढ़: मेरठ का बदमाश जेल से कर रहा था वीडियो कॉल, जांच शुरू - आजमगढ़ समाचार

आजमगढ़ जिला जेल की सुरक्षा में एक बड़ी चूक का खुलासा हुआ है. गुरुवार को कारागार में बंद मेरठ जिले के बंदी द्वारा वीडियो कॉल पर बात करने का मामला सामने आया है. इस मामले की जांच डीआईजी जेल लखनऊ कर रहे हैं.

azamgarh jail news
जिला कारागार आजमगढ़
author img

By

Published : May 29, 2020, 3:39 PM IST

आजमगढ़: हाइटेक जेल में बंद मेरठ के बदमाश द्वारा वीडियो कॉल करने पर हड़कंप मच गया है. जानकारी के बाद जब उसके बैरक की तलाशी ली गई तो मोबाइल फोन बरामद नहीं हो सका. सर्विलांस के जरिए जानकारी सामने आने पर इसकी जांच डीआईजी जेल लखनऊ कर रहे हैं.

मेरठ का कुख्यात बदमाश भूपेंद्र बाफर इन दिनों हत्या के एक मामले में बंद है. जेल में उसे पहले तन्हाई बैरक में रखा गया था, जिसके बाद उसे कारागार के हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया. वह वीडियो काल करके मेरठ के रहने वाले किसी अपने साथी से बात कर रहा था. यह मामला सर्विलांस के जरिए उजागर हुआ, जिसके बाद जेल में हड़कंप मच गया. जानकारी के बाद जब जेल प्रशासन ने उसके बैरक में छापा मारा तो उसके पास से कोई भी मोबाइल फोन बरामद नहीं हुआ.

डीआईजी जेल कर रहे जांच
जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक से हुई वीडियो कॉल की जांच डीआईजी जेल लखनऊ संजीव त्रिपाठी कर रहे हैं. वहीं जेल प्रशासन का कहना है कि कुख्यात बदमाश हत्या के मामले में जेल में बंद है. उसने मुजफ्फरनगर के विवेक के साथ वीडियो कॉलिंग की थी, जिसका इनपुट मेरठ के एसएसपी अजय साहनी को मिला था. उन्हीं की शिकायत पर यह जानकारी सामने आई.

पूर्व में भी चर्चा में रहा है जेल
जिले का यह हाईटेक जेल पूर्व में भी रंगदारी मांगने व मोबाइल संचालित होने के लिए सुर्खियों में रहा है. कुछ माह पूर्व छापेमारी में यहां से 40 से अधिक मोबाइल फोन बरामद हुए थे, जिसके बाद पुलिस और बंदियों में जेल के अंदर गुरिल्ला युद्ध भी हुआ था.

आजमगढ़: हाइटेक जेल में बंद मेरठ के बदमाश द्वारा वीडियो कॉल करने पर हड़कंप मच गया है. जानकारी के बाद जब उसके बैरक की तलाशी ली गई तो मोबाइल फोन बरामद नहीं हो सका. सर्विलांस के जरिए जानकारी सामने आने पर इसकी जांच डीआईजी जेल लखनऊ कर रहे हैं.

मेरठ का कुख्यात बदमाश भूपेंद्र बाफर इन दिनों हत्या के एक मामले में बंद है. जेल में उसे पहले तन्हाई बैरक में रखा गया था, जिसके बाद उसे कारागार के हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया. वह वीडियो काल करके मेरठ के रहने वाले किसी अपने साथी से बात कर रहा था. यह मामला सर्विलांस के जरिए उजागर हुआ, जिसके बाद जेल में हड़कंप मच गया. जानकारी के बाद जब जेल प्रशासन ने उसके बैरक में छापा मारा तो उसके पास से कोई भी मोबाइल फोन बरामद नहीं हुआ.

डीआईजी जेल कर रहे जांच
जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक से हुई वीडियो कॉल की जांच डीआईजी जेल लखनऊ संजीव त्रिपाठी कर रहे हैं. वहीं जेल प्रशासन का कहना है कि कुख्यात बदमाश हत्या के मामले में जेल में बंद है. उसने मुजफ्फरनगर के विवेक के साथ वीडियो कॉलिंग की थी, जिसका इनपुट मेरठ के एसएसपी अजय साहनी को मिला था. उन्हीं की शिकायत पर यह जानकारी सामने आई.

पूर्व में भी चर्चा में रहा है जेल
जिले का यह हाईटेक जेल पूर्व में भी रंगदारी मांगने व मोबाइल संचालित होने के लिए सुर्खियों में रहा है. कुछ माह पूर्व छापेमारी में यहां से 40 से अधिक मोबाइल फोन बरामद हुए थे, जिसके बाद पुलिस और बंदियों में जेल के अंदर गुरिल्ला युद्ध भी हुआ था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.