आजमगढ़: राजस्व गांवों में भूमि के निपटारे के लिए प्रत्येक ग्राम सभा में तैनात लेखपाल राजस्व के काम को छोड़कर अब वन विभाग के कार्य को करना शुरू कर दिए हैं. मामला मेंहनगर तहसील के गंजोर गांव का है, जहां के दबंग लेखपाल ने श्मशान की जमीन पर हरे शीशम के कीमती पुराने पेड़ों को अपनी दबंगई के बल पर कटवा दिया. ग्रामीणों के विरोध के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया और जांच में जुट गई.
जबरन पेड़ों को कटवाने लगा लेखपाल
मेंहनगर थाना क्षेत्र के गंजोर गांव के किनारे स्थित श्मशान घाट पर शुक्रवार की सुबह गांव का लेखपाल सुजीत यादव पेड़ काटने वाले कुछ लोगों के साथ पहुंचा और शीशम के पुराने कीमती पेड़ों को जबरन कटवाने लगा. इसकी भनक जैसे ही ग्रामीणों को लगी, मौके पर काफी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और पेड़ों की कटान को रुकवा दिया.
लेखपाल ने ग्रामीणों को हड़काया
पेड़ को काटने से रोकने से नाराज लेखपाल ने ग्रामीणों को सरकारी कार्य में बांधा पहुंचाने के मुकदमे में फंसाने की धमकी दी. इसी बीच ग्रामीणों ने इसकी सूचना डायल 112 को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि शीशम के एक हरे पेड़ को काटा जा रहा था. इस पर पुलिस ने जब लेखपाल से पेड़ काटे जाने की परमिशन दिखाने को कहा तो उसके पास कोई कागजात नहीं मिले. पुलिस ने पेड़ की कटान को बंद करा दिया.
ग्रामीणों ने लेखपाल पर दबंगई का आरोप लगाया
ग्रामीणों का कहना है कि लेखपाल काफी दबंग है. वह सरकार की योजनाओं को भी पलीता लगा रहा है. आज उसी कड़ी में उसने शमशान घाट की जमीन पर लगे पेड़ को कटवा रहा था. ग्रामीणों ने मांग की, कि लेखपाल को जल्द से जल्द ग्राम सभा से हटाया जाय और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए. स्थानीय डॉ. चंद्रदेव सिंह ने बताया कि लेखपाल आए दिन अपनी मनमानी करता है और सरकारी योजनाओं से ग्रामीणों को दूर रख अपना कानून चलाता है.