आजगमढ़ः जिले में मुस्लिम दंपत्ति का हिंदू धर्म अपनाने का मामला सामने आया है. हिंदू धर्म अपनाने के बाद आबिद ने अपना नाम आर्यन और बीबी शबनम ने अपना नाम खुशबू रख लिया. आर्यन का कहना है कि वह हिंदू धर्म से बेहद प्रभावित था इसलिए उसने यह धर्म अपनाया है.
जिले के जहानागंज थाना क्षेत्र के सुंभी इलियास अंसारी के निधन के बाद उनके तीन बच्चे अपने-अपने परिवार के साथ अलग-अलग रहने लगे. तीनों भाइयों में सबसे छोटा आबिद अंसारी क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति के स्कूल में वाहन चालक की नौकरी करने लगा. अचानक वह हिंदू धर्म को लेकर काफी प्रभावित होने लगा.
उसने स्कूल प्रबंधक से इस्लाम धर्म त्यागकर सनातन धर्म ग्रहण करने की मंशा जताई. स्कूल प्रबंधक भी अपने चालक की बात सुनकर हैरान रह गए. गांव में उसने ऐलान कर दिया कि जिस दिन जनेऊ धारण करूंगा उस दिन गाजे-बाजे के साथ धर्म ध्वजा फहराऊंगा. इस बात की जानकारी होने पर शनिवार को कुछ लोगों ने इसका विरोध किया. इस पर आबिद ने घर पर देवी-देवताओं की प्रतिमा लगाकर वैदिक रीति-रिवाज से हिंदू धर्म ग्रहण कर लिया. साथ ही उसकी पत्नी शबनम ने अपना नाम खुशबू कर लिया. साथ ही उसके दो पुत्र व दो पुत्रियों के नामकरण भी हिंदू रीति रिवाज के अनुसार कर दिए.
आबिद आर्यन राजभर बन गया. उसने कहा कि 12-14 वर्ष पूर्व उसके मन में हिन्दू धर्म अपनाने का विचार आया था. उसके वाहन मालिक गायत्री माता के पुजारी थे वे लगातार देश के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर जाते थे, जिसके बाद उसके मन में हिन्दू धर्म के प्रति आस्था बढ़ गई. इसके बाद उसने अपनी पत्नी से बात की तो सभी तैयार हो गए. सभी ने हिंदू धर्म अपना लिया. हिंदू धर्म अपनाने पर उनकी पत्नी भी काफी खुश है. वहीं, एडीएम प्रशासन का कहना है कि इस संबंध में अगर जबरन कोई धर्म परिर्वतन कराता है और ऐसी कोई शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी.
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