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आजमगढ़ के लोग हैं साहित्य, कला और संगीत प्रेमी : कैलाश खेर

फिल्म साहित्य व कला क्षेत्र के कलाकार बड़ी संख्या में आजमगढ़ महोत्सव में पहुंचकर अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं. इसी क्रम में बुधवार को आजमगढ़ महोत्सव में पार्श्वगायक कैलाश खेर ने अपनी प्रस्तुति दी. इस दौरान उन्होंने अपने गानों से सबका मन मोह लिया.

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आजमगढ़ महोत्सव में पार्श्वगायक कैलाश खेर ने अपनी प्रस्तुति दी
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Published : Dec 18, 2019, 4:43 PM IST

आजमगढ़: आजमगढ़ महोत्सव में बुधवार को प्रसिद्ध पार्श्वगायक कैलाश खेर अपनी प्रस्तुति देने पहुंचे. उन्होंने एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुति दी. कैलाश खेर के सुर ने महोत्सव में उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया. पार्श्व गायक कैलाश खेर ने इस महोत्सव में 'तेरे नाम से जी लूं तेरे नाम पे मर जाऊं', 'तेरे बिन दिल नहीं लगता', 'तौबा तोबा वे तेरी सूरत', 'जय जय कारा जय जय कारा स्वामी तेरा साथ हमारा' सहित कई गानों की शानदार प्रस्तुति दी.

आजमगढ़ आने की तमन्ना थी
पार्श्व गायक कैलाश खेर ने कहा कि आजमगढ़ जनपद में बहुत सराहना मिली. आजमगढ़ के लोग निश्चित रूप से लोक साहित्य, कला और संगीत को समझने वाले हैं. कैलाश खेर ने कहा कि मैं यही समझता था कि यह गांव का इलाका है, लेकिन यहां के लोगों को संगीत की गहरी जानकारी है. उन्होंने कहा बहुत दिन से आजमगढ़ आने की तमन्ना थी, जो आकर पूरी हुई.

कैलाश खेर की ईटीवी भारत से खास बातचीत.

एनआरसी के एक सवाल पर ये कहा
संगीतकार कैलाश खेर ने कहा कि सरकार समझदार और वह इस विषय पर गहराई से काम कर रही है. एनआरसी के बारे में हम लोगों को ज्यादा अधिक पढ़ने और समझने की जरूरत है. कौन सी बात पर आंदोलन करना है, इसे समझना होगा.

संस्कृत के ग्रंथों में है जीवन दर्शन
कैलाश खेर ने दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं पर कहा कि लोगों को अपने आचरण पर ध्यान देना चाहिए. हमारे संस्कृत में बहुत से ऐसे ग्रंथ हैं, जो जिंदगी को बदल सकते हैं. कैसे जीना है, कैसे संतुलित रहना है, कैसे काम को अनुशासित तरीके से करना है सब की जानकारी मिलती है. उन्होंने आजमगढ़ जनपद की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि आजमगढ़ महोत्सव बहुत ही गजब रहा. इसके लिए निश्चित रूप से जनपदवासी बधाई के पात्र हैं.

इसे भी पढ़ें- आजमगढ़ महोत्सव में पहुंचे गायक कैलाश खेर, प्रस्तुति से जीता सबका दिल

आजमगढ़: आजमगढ़ महोत्सव में बुधवार को प्रसिद्ध पार्श्वगायक कैलाश खेर अपनी प्रस्तुति देने पहुंचे. उन्होंने एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुति दी. कैलाश खेर के सुर ने महोत्सव में उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया. पार्श्व गायक कैलाश खेर ने इस महोत्सव में 'तेरे नाम से जी लूं तेरे नाम पे मर जाऊं', 'तेरे बिन दिल नहीं लगता', 'तौबा तोबा वे तेरी सूरत', 'जय जय कारा जय जय कारा स्वामी तेरा साथ हमारा' सहित कई गानों की शानदार प्रस्तुति दी.

आजमगढ़ आने की तमन्ना थी
पार्श्व गायक कैलाश खेर ने कहा कि आजमगढ़ जनपद में बहुत सराहना मिली. आजमगढ़ के लोग निश्चित रूप से लोक साहित्य, कला और संगीत को समझने वाले हैं. कैलाश खेर ने कहा कि मैं यही समझता था कि यह गांव का इलाका है, लेकिन यहां के लोगों को संगीत की गहरी जानकारी है. उन्होंने कहा बहुत दिन से आजमगढ़ आने की तमन्ना थी, जो आकर पूरी हुई.

कैलाश खेर की ईटीवी भारत से खास बातचीत.

एनआरसी के एक सवाल पर ये कहा
संगीतकार कैलाश खेर ने कहा कि सरकार समझदार और वह इस विषय पर गहराई से काम कर रही है. एनआरसी के बारे में हम लोगों को ज्यादा अधिक पढ़ने और समझने की जरूरत है. कौन सी बात पर आंदोलन करना है, इसे समझना होगा.

संस्कृत के ग्रंथों में है जीवन दर्शन
कैलाश खेर ने दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं पर कहा कि लोगों को अपने आचरण पर ध्यान देना चाहिए. हमारे संस्कृत में बहुत से ऐसे ग्रंथ हैं, जो जिंदगी को बदल सकते हैं. कैसे जीना है, कैसे संतुलित रहना है, कैसे काम को अनुशासित तरीके से करना है सब की जानकारी मिलती है. उन्होंने आजमगढ़ जनपद की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि आजमगढ़ महोत्सव बहुत ही गजब रहा. इसके लिए निश्चित रूप से जनपदवासी बधाई के पात्र हैं.

इसे भी पढ़ें- आजमगढ़ महोत्सव में पहुंचे गायक कैलाश खेर, प्रस्तुति से जीता सबका दिल

Intro:anchor: आजमगढ़। आजमगढ़ महोत्सव में अपनी प्रस्तुति देने पहुंचे प्रसिद्ध पार्श्व गायक कैलाश खेर ने इस महोत्सव में एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुति देकर महोत्सव में उपस्थित बड़ी संख्या में दर्शकों का मन मोह लिया। पार्श्व गायक कैलाश खेर ने इस महोत्सव में तेरे नाम से जी लूंगी तेरे नाम पे मर जाऊं, तेरे बिन दिल नहीं लगता तौबा तोबा तेरी सूरत, जय जय कारा जय जय कारा स्वामी तेरा साथ हमारा सहित एक दर्जन से अधिक गानों पर शानदार प्रस्तुति दी।


Body:वीओ:1 ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पार्षद कैलाश खेर ने कहा कि आजमगढ़ जनपद में बहुत सराहना मिली और जिस तरह से आजमगढ़ के लोग हैं निश्चित रूप से आजमगढ़ के लोक साहित्य कला संगीत को समझने वाले लोग हैं। कैलाश खेर ने कहा कि आजमगढ़ आने से पहले मैं यही समझता था कि यह गांव का इलाका होगा पर यहां के लोग बहुत गहरे हैं और गहरे गहरे गाने जानते हैं और आजमगढ़ खाने का बहुत मन था। एनआरसी से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो सरकार वह बड़े लोग हैं वह गहराई से काम करते हैं एनआरसी के बारे में हम लोगों को और अधिक पढ़ने व समझने की जरूरत है और कौन सी बात पर आंदोलन करना है इसे समझना होगा। लगातार देश व प्रदेश में बढ़ रही रेप की घटनाओं पर उन्होंने कहा कि लोगों को अपने आचरण पर ध्यान देना चाहिए था और हमारे संस्कृत में बहुत से ऐसे ग्रंथ हैं जो जिंदगी को बदल सकते हैं कैसे जीना है कैसे संतुलित रहना है वर्क कैसे अनुशासित रहना। आजमगढ़ जनपद की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि बहुत गजब रहा आजमगढ़ महोत्सव और निश्चित रूप से इसके लिए जनपद वासी बधाई के पात्र हैं।


Conclusion:बाइट: कैलाश खेर पार्श्व गायक
अजय कुमार मिश्रा आजमगढ़ 9453766900

बताते चलें कि आजमगढ़ में चल रहे इस महोत्सव में अपनी प्रस्तुति देने के लिए फिल्म साहित्य व कला के बड़ी संख्या में कलाकार आजमगढ़ जनपद पहुंचकर अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं।इसी क्रम में आजमगढ़ महोत्सव में अपनी प्रस्तुति देने पार्श्वगायक कैलाश खेर जब पहुंचे तो पंडाल खचाखच भर गया और बड़ी संख्या में दर्शकों ने जोरदार तालियां बजाकर प्रसिद्ध गायक का स्वागत भी किया।
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