आजमगढ़ : जिले के कप्तानगंज थाने में तैनात दरोगा ने भूमि विवाद के मामले के निपटारे के लिए 30 हजार की रिश्वत ली थी. पीड़ित ने इसकी शिकायत एसपी से कर दी थी. एसपी ने दरोगा के खिलाफ जांच बैठा दी थी. आरोप सही पाए जाने पर दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया. सोमवार को दरोगा को गिरफ्तार भी कर लिया गया.
एसपी ग्रामीण अरुण कुमार दीक्षित ने बताया कि कप्तानगंज थाना क्षेत्र के अमिलाई गांव निवासी संतोष कुमार पुत्र सोम्मर राम ने आरोप लगाया था कि भूमि विवाद के एक मामले की शिकायत की थी. इसकी विवेचना थाने पर तैनात उप निरीक्षक मोहन प्रसाद कर रहे थे. दरोगा मोहन प्रसाद ने दोनों पक्षों को थाने पर बुलाया. मामले को रफा-दफा करने के लिए 30 हजार की रिश्वत मांगी. रुपये न देने पर जेल भेजने की धमकी दी.
पीड़ित ने दरोगा को 30 हजार की रिश्वत दे दी. इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य से कर दी. शिकायती पत्र मिलने के बाद एसपी अनुराग आर्य ने मामले की जाचं सीओ नगर गौरव शर्मा को सौंपी. सीओ नगर ने दरोगा के ऊपर लगे आरोप को सही पाया. इसके बाद रिपोर्ट एसपी को भेज दी. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद एसपी के निर्देश पर सोमवार को क्षेत्राधिकारी नगर गौरव शर्मा, प्रभारी निरीक्षक कप्तानगंज राजेश कुमार सिंह के साथ कप्तानगंज थाना परिसर में बने आवास में पहुंचे. यहां से जलाली पट्टी थाना मण्डुआडीह जनपद वाराणसी (वरूणा कमिश्नेट) निवासी आरोपी दरोगा मोहन प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया गया. एसपी ग्रामीण ने बताया कि भूमि विवाद को लेकर अमिलाई गांव निवासी संतोष कुमार को थाने पर बैठाया गया था. उनसे तीस हजार की रिश्वत ली गई थी. जांच में आरोप सही पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई.
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