आजमगढ़: देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी का आजमगढ़ जनपद से पुराना नाता रहा है. दरअसल 1977 में हुए उपचुनाव में इंदिरा गांधी ने आजमगढ़ जनपद के चंडेश्वर में एक महीने से अधिक का समय बिताया था और यहीं से उन्होंने चुनाव प्रचार की कमान भी संभाली थी.
चंदेश्वर दुर्गा मंदिर के महंत ने दी जानकारी
ईटीवी भारत से बातचीत में चंदेश्वर दुर्गा मंदिर के महंत डॉ. फूलचंद ब्रह्मचारी ने बताया कि 1977 के उपचुनाव में इंदिरा गांधी यहां महीनों रुकी थीं और चुनाव का संचालन किया था. इंदिरा गांधी जिस घर में रुकी थीं, वह घर अब जीण-शीर्ण हो गया है, जिसका निर्माण किया जा रहा है, लेकिन यहां के लोगों ने उस समय जो इंदिरा गांधी के साथ तस्वीरें खिंचाई थी आज भी उसे संजोकर रखे हैं. लोगों का कहना है कि निर्माण होने के बाद उन तस्वीरों को पुनः सजाया जाएगा.
देवराहा बाबा ने इंदिरा गांधी को दिया था आशीर्वाद
महंत डॉ. फूलचंद ब्रह्मचारी ने उस कमरे को भी दिखाया, जिसमें इंदिरा गांधी निवास करती थीं. इंदिरा गांधी इसी कमरे में चुनाव की रणनीति बनाने के साथ-साथ वहां रखी किताबों को भी पढ़ती थीं. उन्होंने बताया कि उसी समय देवराहा बाबा आजमगढ़ आए थे और बाबा से इंदिरा गांधी ने मुलाकात की थी. देवराहा बाबा ने इंदिरा गांधी को विजयी होने का आशीर्वाद देते हुए कहा कि जल्द ही आपका अच्छा समय आने वाला है. जिसके बाद 1980 के चुनाव में एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी बहुमत में आ गई थी.
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इंदिरा गांधी को इस दुनिया से गए हुए भले ही 35 वर्ष हो गए हैं, लेकिन आजमगढ़ वासियों के दिलों में इंदिरा गांधी आज भी जिंदा हैं. यही कारण है कि इंदिरा गांधी के साथ खींची गई तस्वीरें आज भी यहां के लोग संजोकर रखे हुए हैं और इनका कहना है कि घर के निर्माण के बाद उनकी तस्वीरों को फिर से लगाया जाएगा.