आजमगढ़: जिले के बरदह थाना क्षेत्र की युवती के साथ जौनपुर में गैंगरेप का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. आरोप है कि युवती को प्रेमी ने कपड़ा खरीदने के लिए बजार बुलाया फिर उसे जौनपुर ले गया. वहां अपने आठ साथियों के साथ मिलकर युवती से गैंगरेप किया. इस घटना के बाद पीड़िता की मां ने तहरीर भी दी, लेकिन सात दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी तो दूर पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज नहीं किया था.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, बरदह थाना क्षेत्र की रहने वाली 18 वर्षीय युवती का जिले के सीमावर्ती गांव के रहने वाले युवक से प्रेम प्रपंच चल रहा था. पीड़िता युवती का आरोप है कि 1 जनवरी को सुबह करीब 11 बजे प्रेमी ने फोन कर उसे कपड़ा दिलाने के बहाने बरदह बाजार में बुलाया. जब वह बरदह बाजार के समीप पहुंची तभी प्रेमी अपने साथियों के साथ पहुंचा और जबरदस्ती उसे चार पहिया वाहन में बैठा लिया. विरोध करने पर उसने युवती को मारा-पीटा और जान से मारने की धमकी भी दी.
प्रेमी और उसके साथी उसे जौनपुर जिले के गौरा बादशाहपुर थाना क्षेत्र के चैकी गांव लेकर गए. वहां उसे एक कमरे में बंद कर आठ युवकों ने मारपीट कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. इतना ही नहीं उन्होंने अपने मोबाइल से पूरी घटना की वीडियो भी बनाया. दुष्कर्म के बाद युवकों ने उसे धमकी दी कि अगर किसी को भी घटना के बारे में बताया तो उसका वीडियो वायरल कर दिया जाएगा. जब पीड़िता युवती युवकों के चंगुल से छूटकर घर आई तो उसने अपनी मां से आपबीती बताई.
पीड़िता की थाने पर नहीं हुई सुनवाई
इस मामले में 2 जनवरी को पीड़िता युवती और उसकी मां थाने पहुंची. वहां पीड़िता की मां ने आरोपी युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी. उस समय पुलिस ने पीड़िता को कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं की.
क्या बोले जिम्मेदार
वहीं जब इस मामले ने तूल पकड़ा तो घटना के 7 दिन बाद मुकदमा दर्ज हुआ. इसे लेकर एसपी आजमगढ़ सुधीर सिंह ने बताया कि बरदह की युवती के साथ जौनपुर में बलात्कार किये जाने का प्रार्थना पत्र मिला है, मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में टीम जौनपुर रवाना की गई है.