आजमगढ़: डीएम नागेंद्र प्रताप सिंह ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन न करने वाले कोटेदार और ग्राम प्रधान के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है. अभी तक इस अभियान के तहत छह कोटेदार और 2 ग्राम प्रधान जेल भेजे गए हैं. 13 नोडल अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच की जा रही है, जबकि एक नोडल अधिकारी को निलंबित भी किया गया है.
जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि महुआवा अलीपुर में कोटे की दुकानों को निलंबित किया गया है. कन्हैया की एक दुकान को निलंबित करने के साथ-साथ यहां के नोडल अधिकारी के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत कराया गया है. जिलाधिकारी ने सभी कोटेदारों और नोडल अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यदि कोई भी अधिकारी उनसे रिश्वत मांगता है, तो वह कैंप ऑफिस में अपनी शिकायत दर्ज कराएं. जो भी इस तरह के लोग हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जिलाधिकारी ने जनपद के कोटेदारों से अपील की है कि इस विपदा की घड़ी में सभी कोटेदार अपने नैतिक कर्तव्यों का पालन करें, नहीं तो मानवता कभी उन्हें माफ नहीं करेगी.
जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह जनपद के कई ब्लॉको और गांव का लगातार औचक निरीक्षण कर घर-घर जाकर स्वयं कोटेदारों द्वारा दी जा रही सामग्री का सत्यापन कर रहे हैं. ऐसे में शिकायत सही पाए जाने के बाद दोषी कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराकर उन्हें जेल भी भेजा जा रहा है.