आजमगढ़: जिले में कई गांव का प्रभार 11 ग्राम पंचायत अधिकारी देख रहे थे और जिसके कारण विकास कार्य में बाधा हो रही थी. इसी बात को ध्यान में रखते हुए जिले के जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने क्लस्टर सिस्टम लागू कर काउंसलिंग के माध्यम से ग्राम पंचायत अधिकारियों को गांव का वितरण किया.
मीडिया से बातचीत करते हुए आजमगढ़ के जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जनपद के गांव में तैनात ग्राम विकास अधिकारी अनियमित रूप से बने हुए थे. कई ग्राम पंचायत अधिकारियों के पास कई गांव का प्रभार था और कुछ ऐसे ग्राम पंचायत अधिकारी थे, जिनके पास बहुत कम गांव की जिम्मेदारी थी. ऐसे में योजनाएं संचालित करने में समस्या होती थी.
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जिले की जनसंख्या के सापेक्ष प्रत्येक ब्लॉक में मानक रखते हुए 13 हजार की जनसंख्या पर एक ग्राम पंचायत अधिकारियों की नियुक्ति की गई है. इसके लिए क्लस्टर सिस्टम भी बनाया गया है, जिसके तहत मानक के तहत वरिष्ठता को ध्यान में रखते हुए काउंसलिंग के माध्यम से प्रत्येक ग्राम पंचायत अधिकारियों को क्षेत्रों का आवंटन किया गया है. इससे केंद्र और प्रदेश सरकार की चलने वाली विकास योजनाएं जनता के बीच पहुंच सके.
-नागेंद्र प्रताप सिंह, जिलाधिकारी, आजमगढ़