आजमगढ़: जनपद के बिलरियागंज में सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के मामले ने तूल पकड़ लिया है. पीड़ित महिलाओं से मिलने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी स्वयं बिलरियागंज आई थी. कांग्रेस के पदाधिकारियों का आरोप है कि, बिलरियागंज की घटना में पुलिस प्रशासन ने बर्बरता की है.
'महिलाओं से हुई बर्बरता के वीडियो मानवाधिकार आयोग को सौंपे गए'
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी बिलरियागंज की घटना से संबंधित सारी फुटेज और वीडियो मानवाधिकार आयोग को सौंप दिए हैं. कांग्रेस में मानवाधिकार आयोग से बिलरियागंज की पीड़ित महिलाओं के साथ पुलिस बर्बरता का जिक्र किया है.
'पुलिस की भूमिका संदिग्ध है'
मामले पर कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ शाहनवाज आलम का कहना है कि जिस तरह से शांति पूर्वक ढंग से बिलरियागंज में सीएए के विरोध में महिलाएं प्रदर्शन कर रही थी. पुलिस ने लाठीचार्ज कर बर्बरता की. निश्चित रूप से पुलिस की भूमिका संदिग्ध है.
आजमगढ़ जनपद में अखिलेश यादव के लापता होने के पोस्टर लगाए जाने के सवाल पर शाहनवाज आलम का कहना है कि यदि कांग्रेस को पोस्टर लगाना होता तो पूरे प्रदेश में लगा सकती थी. अखिलेश यादव आरएसएस, भाजपा और जातिगत दवाब के कारण आजमगढ़ नहीं आ रहे है.