आजमगढ़: जनपद के तरवा थाना क्षेत्र में तार दिन पूर्व ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते और पप्पू की हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है. दलित ग्राम प्रधान की हत्या के मामले में पीड़ित परिवारों से मिलने देर रात कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया आजमगढ़ पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया का कहना है कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. प्रदेश के लोग हंसते हैं, यह समझ में नहीं आ रहा है कि सरकार किस एजेंडे पर काम कर रही है. राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया का कहना है कि प्रदेश की भाजपा सरकार सत्ता में आने से पूर्व अन्य पार्टियों पर आरोप लगाती थी कि पहले की सरकारों में गुंडागर्दी होती थी और थाने में अपराधी तत्वों का कब्जा रहता था और बीजेपी की सरकार आने पर अपराधी दिखाई नहीं देंगे. लेकिन आज प्रदेश के सारे अपराधी बहुत मजे में हैं.
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि सारे अपराधी पुलिस व्यवस्था और भाजपा से सांठगांठ बना लिए हैं. इन अपराधियों को ना कोई रोकने वाला है, ना इन्हें कोई चैलेंज करने वाला है. प्रदेश में यहां अपराधी तत्व बेखौफ होकर अपराध कर रहे हैं. यूपी के हर जिले में रोज महिला हिंसा बाद दुष्कर्म फिरौती अपहरण की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. सरकार भले दावा कर रही है कि अपराधों में कमी आई है, लेकिन यूपी में पूरी तरह से कानून का राज नहीं बल्कि जंगलराज कायम है.
भाजपा सपा का बसपा द्वारा धन की राजनीति किए जाने के सवाल पर राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया का कहना है कि धर्म की राजनीति जाति विशेष की राजनीति वही लोग करते हैं, जिन्हें अपने पर विश्वास नहीं अपनी नीतियों पर विश्वास नहीं है, जिनकी राजनीतिक जमीन खिसक चुकी है और राजनीति में शून्य हो चुके हैं. सपा, बसपा, भाजपा इसीलिए जाति धर्म की राजनीति कर रही है. कांग्रेस ने सभी के कल्याण के लिए काम किया है. यूपी में जो हो रहा है पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली है. वह कानून बहुत सी जगह पर मान्यता नहीं देता है. कांग्रेस राज्यसभा सदस्य ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश सरकार काम कर रही है. उसके विरोध में प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने तरीके से आवाज उठाई है और यूपी में जो भी कुछ हो रहा है वह सही नहीं हो रहा है.
बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद के तरवां थाना क्षेत्र में दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते और पप्पू की हत्या के मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोषी लोगों के विरुद्ध रासुका और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने के साथ-साथ पीड़ित परिजनों को पचास हजार रुपये की आर्थिक मदद भी की थी. अब ऐसे में जिस तरह से कांग्रेस इस मुद्दे को एक बार फिर से उठा रही है, उससे निश्चित रूप से राजनीतिक हल्कों में हड़कंप मचा हुआ है. मामले में इस थाने के प्रभारी व चौकी प्रभारी का निलंबन हो चुका है. इसके साथ ही सीओ का स्थानांतरण हो चुका है. इसी मामले में प्रदेश सरकार ने आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह का भी स्थानांतरण कर दिया है.