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लखनऊ: बीजेपी नेता रवींद्र जायसवाल का बड़ा ऐलान, कहा- नहीं लेंगे मंत्री पद का वेतन - बीजेपी नेता रविंद्र जायसवाल

बीजेपी नेता रवींद्र जायसवाल ने मंत्री पद से मिलने वाले वेतन और भत्ते को लेने से मना किया है. बता दें कि इसके पहले भी विधायक रहते हुये इन्होंने वेतन नहीं लिया था बल्कि मिलने वाले धन को मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किया था.

रविंद्र जायसवाल, स्टांप एवं पंजीयन मंत्री
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Published : Sep 5, 2019, 8:58 PM IST

लखनऊ: प्रदेश सरकार के स्टांप और पंजीयन मंत्री रवींद्र जायसवाल ने अपने वेतन और भत्ते के त्याग का फैसला किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि जिस तरह से उनका विधायक के तौर पर जारी होने वाला वेतन और भत्ता मुख्यमंत्री आपदा कोष में जमा होता रहा है, उसी तरह से मंत्री के तौर पर मिलने वाले वेतन भत्ते को भी जमा कराया जाए.

स्टांप एवं पंजीयन मंत्री रविंद्र जायसवाल से बातचीत.

इसे भी पढ़ें :- शिक्षक दिवस: डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा, 'शिक्षक एक बेहतर राष्ट्र का निर्माण करता है'

मंत्री पद पर रहते नहीं लेंगे वेतन

सीएम योगी सरकार में पहली बार मंत्री बने रवींद्र जायसवाल ने कहा कि वह मंत्री पद का वेतन और भत्ता नहीं लेंगे. उनके पिता ने राजनीति में आने के दौरान शिक्षा दी थी कि वह कभी पैसा कमाने के लिए राजनीति का सहारा ना लें. पिता की शिक्षा पर अमल करते हुए शहर उत्तरी से दो बार विधायक रहते हुये एक बार भी वेतन नहीं लिया.

उनके पिता ने कहा था कि परिवार और अन्य जिम्मेदारियों के निर्वाह के लिए पारंपरिक व्यवसाय पर निर्भर रहना ही उचित है. राजनीति समाज सेवा का माध्यम होती है तो इसे पैसा कमाने का जरिया नहीं बनाना चाहिये. यही वजह है कि रवींद्र जायसवाल राजनीति के पैसे से आज तक दूर हैं.

जो वेतन विधायक रहते मुझे मिला है उसे भी नहीं लिया है. मंत्री बनने के बाद मुझे बतौर मंत्री वेतन और भत्ता अलग से मिलना है. यह धन भी हमेशा की तरह मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया जायेगा, इसीलिये मुख्यमंत्री को यह पत्र लिखा है.

-रवींद्र जायसवाल, स्टांप एवं पंजीयन मंत्री


लखनऊ: प्रदेश सरकार के स्टांप और पंजीयन मंत्री रवींद्र जायसवाल ने अपने वेतन और भत्ते के त्याग का फैसला किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि जिस तरह से उनका विधायक के तौर पर जारी होने वाला वेतन और भत्ता मुख्यमंत्री आपदा कोष में जमा होता रहा है, उसी तरह से मंत्री के तौर पर मिलने वाले वेतन भत्ते को भी जमा कराया जाए.

स्टांप एवं पंजीयन मंत्री रविंद्र जायसवाल से बातचीत.

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मंत्री पद पर रहते नहीं लेंगे वेतन

सीएम योगी सरकार में पहली बार मंत्री बने रवींद्र जायसवाल ने कहा कि वह मंत्री पद का वेतन और भत्ता नहीं लेंगे. उनके पिता ने राजनीति में आने के दौरान शिक्षा दी थी कि वह कभी पैसा कमाने के लिए राजनीति का सहारा ना लें. पिता की शिक्षा पर अमल करते हुए शहर उत्तरी से दो बार विधायक रहते हुये एक बार भी वेतन नहीं लिया.

उनके पिता ने कहा था कि परिवार और अन्य जिम्मेदारियों के निर्वाह के लिए पारंपरिक व्यवसाय पर निर्भर रहना ही उचित है. राजनीति समाज सेवा का माध्यम होती है तो इसे पैसा कमाने का जरिया नहीं बनाना चाहिये. यही वजह है कि रवींद्र जायसवाल राजनीति के पैसे से आज तक दूर हैं.

जो वेतन विधायक रहते मुझे मिला है उसे भी नहीं लिया है. मंत्री बनने के बाद मुझे बतौर मंत्री वेतन और भत्ता अलग से मिलना है. यह धन भी हमेशा की तरह मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया जायेगा, इसीलिये मुख्यमंत्री को यह पत्र लिखा है.

-रवींद्र जायसवाल, स्टांप एवं पंजीयन मंत्री


Intro:लखनऊ. प्रदेश सरकार के स्टांप एवं पंजीयन मंत्री रविंद्र जायसवाल ने अपने वेतन और भत्ते के त्याग का फैसला किया है उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि जिस तरह से उन किया विधायक के तौर पर जारी होने वाला वेतन और भत्ता मुख्यमंत्री आपदा कोष में जमा होता रहा है उसी तरह से मंत्री के तौर पर मिलने वाले वेतन भत्ते को भी जमा कराया जाए.


Body:सरकार के मंत्री रविंद्र जायसवाल ने कहा कि उनके पिता ने राजनीति में आने के दौरान शिक्षा दी थी कि वह कभी पैसा कमाने के लिए राजनीति का सहारा ना लें. उन्होंने कहा कि पिता की शिक्षा पर अमल करते हुए 2012 में जब वह विधायक बने तब विधायक के तौर पर मिलने वाले सैलरी और भत्ते मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराने का फैसला किया था उनके पिता ने कहा था की परिवार और अन्य जिम्मेदारियों के निर्वाह के लिए पारंपरिक व्यवसाय पर निर्भर रहना ही उचित है राजनीति समाज सेवा का माध्यम हो सकती है तो इससे केवल समाज सेवा होनी चाहिए पैसा कमाने का जरिया राजनीति को नहीं बनाना चाहिए यही वजह है कि वह अपने पिता को दिए वचन को निभाते हुए आज तक राजनीति से पैसा कमाने से दूर रहे हैं उन्हें जो वेतन और भत्ता दिया जा रहा है उसे भी अब तक नहीं लिया है मंत्री बनने के बाद मुझे बतौर मंत्री वेतन और भत्ता अलग से मिलना है और अब उन्होंने यह तय किया है कि यह धन भी वो हर महीने मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराएंगे इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिख दिया है.

बाइट/ रवींद्र जायसवाल मंत्री स्टांप एवं पंजीयन

पीटीसी अखिलेश तिवारी


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