आजमगढ़: जिले के मंडलीय चिकित्सालय की दशा सुधारने के लिए भले ही जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने कई बार छापेमारी की, लेकिन चिकित्सालय की दशा सुधरने का नाम नहीं ले रही है. यहां डॉक्टर अपनी ड्यूटी से नदारद रहते हैं. यहां पर तैनात छह फिजिशियन एक सप्ताह से छुट्टी पर चल रहे हैं, जिससे इलाज कराने आने वाले मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
इलाज कराने आए मरीजों का कहना है कि गरीब आदमी 30 से 40 किलोमीटर दूर से इलाज कराने आता है और ऐसे में जब यहां डॉक्टर नहीं मिलते हैं तो निश्चित रूप से निराश होकर लौटना पड़ता है. जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूरी से बेटी का इलाज कराने आए संतोष का कहना है कि जिन डॉक्टरों से बेटी का इलाज कराना था, वह सभी लोग छुट्टी पर चल रहे हैं, जिससे हमारे सामने विकट समस्या खड़ी हो गई है.
कई डॉक्टर छुट्टी पर हैं और कई डॉक्टर ऐसे हैं, जो डेंगू की ट्रेनिंग में लखनऊ गए हैं, जिसके कारण फिजिशियन कक्षों में ताला बंद है.
-डॉ एसके जी सिंह, मंडलीय चिकित्सा अधीक्षक
जिले के मंडलीय चिकित्सालय में डॉक्टरों की लापरवाही की लगातार शिकायतें मिलने के बाद जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने कई बार चिकित्सालय में छापेमारी भी की, लेकिन जिलाधिकारी की छापेमारी का भी खौफ डॉक्टरों के ऊपर नहीं दिख रहा है, जिसके कारण लगातार डॉक्टर अपनी ड्यूटी से नदारद रह रहे हैं और इसका खामियाजा अपना इलाज कराने वाली आम जनता को भुगतना पड़ रहा है.