आजमगढ़: बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार को आजमगढ़ गैंगस्टर कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी के बाद विवेचक को कोर्ट ने पूछताछ की अनुमति दे दी है. अब सोमवार को आजमगढ़ पुलिस बांदा जेल के लिए रवाना होगी.
ये था पूरा मामला
बता दें कि साल 2014 में तरवां थाना क्षेत्र के ऐराखुर्द में सड़क निर्माण के दौरान वर्चश्व की लड़ाई में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के लोगों ने अंधाधुंध फायरिंग कर एक मजदूर को मौत के घाट उतार दिया था, जबकि एक मजदूर घायल हो गया था. ठेकेदार ने इस प्रकरण में तरवां थाने में मुख्तार और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. इस मामले की विवेचना मेंहनगर थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार को सौंपी गयी थी. तरवां कांड में पुलिस ने पिछले दिनों मुख्तार और उसके 10 सहयोगियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई थी. उसी दौरान मुख्तार को पंजाब के रोपण जेल भेज दिया गया था.
कोर्ट से मिली पूछताछ की अनुमति
बांदा जेल में शिफ्ट होने के बाद आजमगढ़ की गैंगस्टर कोर्ट में उसे 22 अप्रैल को पेश होने का निर्देश जारी किया गया था, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते उसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया. इस दौरान वह योगी सरकार पर जेल में प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया. अब स्वाट प्रभारी प्रशांत श्रीवास्तव के नेतृत्व में पुलिस टीम बांदा जाकर मुख्तार से पूछताछ करेगी.
इसे भी पढ़ें-कोरोना संकट पर सुप्रीम कोर्ट 27 अप्रैल को करेगा सुनवाई
मुख्तार के वकील ने लगाया जेल प्रशासन पर आरोप
मुख्तार के अधिवक्ता दारोगा सिंह ने कहा कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान मुख्तार ने कहा कि उसे अपने घर पर बात नहीं करने दी जा रही है. जेल मैन्युअल के हिसाब से सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, बल्कि उनके साथ क्रूरता का व्यवहार किया जा रहा है.