आजमगढ़ः जिले की शहर कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 6 पेशेवर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये सभी जाली नोट का कारोबार करते थे. इनके पास से 3.15 लाख रुपये भारतीय करेंसी भी बरामद हुई है. पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है.
आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद लगातार चेकिंग अभियान चला रही पुलिस को बुधवार की रात बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस और स्वाट टीम ने लखराव पुल के दक्षिण पुराने मंदिर के बरामदे से दो महिला सहित 6 लोगों को 3,15,000 फर्जी कूटरचित करेंसी नोट का परिचालन करने एवं उसे ग्राहकों तक पहुचाने के दौरान गिरफ्तार किया. इस दौरान दो मुख्य आरोपी मौके से फरार हो गये. पुलिस उनकी तलाश में जुटी है.
आपको बता दें कि पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनुराग आर्य के निर्देश पर पुलिस आदर्श आचार संहिता का शत-प्रतिशत पालन कराने के लिए पूरा जोर लगा रही है. इसी अभियान के तहत बुधवार की रात प्रभारी निरीक्षक कोतवाली डीके श्रीवास्तव के नेतृत्व अलग-अलग टीमों का गठन कर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था. उप निरीक्षक मधूसूदन चौरसिया, चौकी प्रभारी सिविल लाइन हमराह, एसओजी प्रभारी संजय कुमार सिंह हमराहियों के साथ लखराव पुल के दक्षिण पुराने मंदिर के पास पहुंचे. उन्हें वहां कुछ हरकत दिखी तो उन्होंने वहां मौजूद दो महिला सहित छह लोगों को हिरासत में ले लिया. जबकि दो भागने में सफल रहे.
पुलिस ने उनके पास से 3,15,000 फर्जी कूटरचित करेंसी नोट बरामद किया है. पकड़े गए आरोपियों में रामचेत यादव उर्फ साधु पुत्र राजा यादव, प्रेम विश्वकर्मा पुत्र रामकेश विश्वकर्मा सहदेवगंज थाना महराजगंज, आशीष चन्द पुत्र गुलाबचंद इस्माइलपुर थाना रौनापार जनपद, राजेश सिंह पुत्र देवनरायन सिंह बनहरा थाना रौनापार, मनीता पत्नी अशोक कुमार गोरखपुर थाना महराजगंज, सुषमा विश्वकर्मा पत्नी रमेश विश्वकर्मा तेरही थाना कप्तानगज के निवासी बताए गए हैं. दोनों महिला सदस्यों को इनका साथी आशीष चन्द पुत्र गुलाबचंद मोटर साइकिल से लेकर आया था. जबकि शेष सभी सदस्य सत्यजीत सिंह के साथ स्विफ्ट डिजायर कार से आये थे.
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सभी जाली भारतीय करेंसी नोट को तैयार कर असली के रुप में चलाते थे. यह काम वे पिछले कई सालों से कर रहे थे. सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. पूछताछ में उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष में करीब दस लाख रुपये के जाली करेंसी नोट को असली के रुप मे हम लोगों द्वारा चलाया जा चुका है.