आजमगढ़: जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की सराहनीय पहल की है. उन्होंने हस्तशिल्प और वेस्ट मटेरियल से प्रोडक्ट बनाने वाली महिलाओं को ट्रेंड करने के लिए स्थानीय उत्पादक, स्थानीय उपभोक्ता और स्थानीय प्रशिक्षक नाम से एक अभियान शुरू किया है.
ईटीवी भारत से बातचीत में जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जनपद में बड़ी संख्या में दीदियों के समूह बने हुए हैं. जनपद में 18 हजार से अधिक दीदियों को बैंक क्रेडिट से भी जोड़ दिया गया है. जनपद में हस्तशिल्प में बड़ी संख्या में दक्ष लोग हैं, उन्हें ट्रेनर बनाया जा रहा है. इसके लिए उन्हें धन भी दिया जाएगा, जिससे वह जनपद की बड़ी संख्या में दीदियों को ट्रेंड करें, जिससे यह दीदियां आत्मनिर्भर बन सकें.
जिलाधिकारी ने बताया कि मनरेगा के माध्यम से इन दीदियों के कार्यस्थल पर वर्क शेड भी बनवाया जाएगा, जिससे यह अपने बनाए उत्पाद यहां पर प्रदर्शित कर सकें. उनका कहना है कि इस अभियान का नाम स्थानीय उत्पादक, स्थानीय उपभोक्ता व स्थानीय प्रशिक्षण दिया गया है. जिससे जनपद में बड़ी संख्या में हुनर के उस्तादों को मौका मिलेगा और वह और अधिक मुनाफा कमा सकेंगे.
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आजमगढ़ जनपद में बड़ी संख्या में महिलाएं वेस्ट मटेरियल से सजावट व गृहस्थी के बहुत अच्छे उत्पाद बना रही हैं. जिलाधिकारी द्वारा शुरू किए गए इस अभियान के तहत जनपद की बड़ी संख्या में महिलाओं और लड़कियों को इससे जोड़ा जाएगा, जिससे अधिक से अधिक महिलाएं इस काम में हाथ बंटा आत्मनिर्भर बन सकें.