ETV Bharat / state

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को आजमगढ़ जिला प्रशासन ने किया नजरबंद

author img

By

Published : Aug 20, 2020, 8:42 PM IST

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में पिछले पांच दिन पूर्व एक ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सोमवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने जा रहा था, जिसे आजमगढ़ जिला प्रशासन ने शर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया.

azamgarh news
आजमगढ़ में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल नजरबंद.

आजमगढ़: आजमगढ़ जिले में पांच दिन पूर्व तरवा थाना क्षेत्र में ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. गुरुवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने आजमगढ़ पहुंचा है. वहीं प्रतिनिधिमंडल में शामिल राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और पूर्व मंत्री आर. के. चौधरी सहित बड़ी संख्या में नेताओं को जिला प्रशासन ने सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया है.

आजमगढ़ में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल नजरबंद.

कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया का कहना है कि वे लोग पीड़ित परिजनों से मिलने के लिए निकल रहे थे, लेकिन जिला प्रशासन ने सर्किट हाउस के दरवाजे पर ताला लगा दिया. ऐसा कोई आदेश नहीं है, यह पूरी तरह से असंवैधानिक है. पुनिया ने कहा नजरबंदी खेद जनक है. इस पूरे मसले को पार्लियामेंट में उठाया जाएगा. यह हमारे विशेषाधिकार का हनन है. उन्होंने कहा प्रदेश सरकार की इस तानाशाही को नहीं चलने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम लोग पीड़ित परिवार को संवेदना व्यक्त करने जा रहे थे. हम लोग कोई कानून का उल्लंघन नहीं कर रहे. हम कोई आतंकी, दंगाई व अपराधी नहीं हैं. जिस तरह से उन्हें और उनके लोगों को नजरबंद किया गया, यह तानाशाही है.

पुनिया ने कहा पूरे प्रदेश में अपराध की घटनाओं की बाढ़ आ गई है. अपराधियों को भाजपा नेताओं का संरक्षण मिलता है, इसलिए इन अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

बताते चलें कि जिले के थाना तरवा थाना क्षेत्र में विगत पांच दिन पूर्व दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर थाने के इंस्पेक्टर चौकी इंचार्ज को निलंबित करने के साथ-साथ सीओ का स्थानांतरण कर दिया गया है. इसके अलावा पीड़ित परिजनों को सरकार की तरफ से 5 लाख का मुआवजा भी दिया जा चुका है. इसी मृतक दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते के परिजनों से मिलने कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल उनके घर जाना चाह रहा था, जिसे प्रशासन ने रोक दिया.

आजमगढ़: आजमगढ़ जिले में पांच दिन पूर्व तरवा थाना क्षेत्र में ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. गुरुवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने आजमगढ़ पहुंचा है. वहीं प्रतिनिधिमंडल में शामिल राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और पूर्व मंत्री आर. के. चौधरी सहित बड़ी संख्या में नेताओं को जिला प्रशासन ने सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया है.

आजमगढ़ में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल नजरबंद.

कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया का कहना है कि वे लोग पीड़ित परिजनों से मिलने के लिए निकल रहे थे, लेकिन जिला प्रशासन ने सर्किट हाउस के दरवाजे पर ताला लगा दिया. ऐसा कोई आदेश नहीं है, यह पूरी तरह से असंवैधानिक है. पुनिया ने कहा नजरबंदी खेद जनक है. इस पूरे मसले को पार्लियामेंट में उठाया जाएगा. यह हमारे विशेषाधिकार का हनन है. उन्होंने कहा प्रदेश सरकार की इस तानाशाही को नहीं चलने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम लोग पीड़ित परिवार को संवेदना व्यक्त करने जा रहे थे. हम लोग कोई कानून का उल्लंघन नहीं कर रहे. हम कोई आतंकी, दंगाई व अपराधी नहीं हैं. जिस तरह से उन्हें और उनके लोगों को नजरबंद किया गया, यह तानाशाही है.

पुनिया ने कहा पूरे प्रदेश में अपराध की घटनाओं की बाढ़ आ गई है. अपराधियों को भाजपा नेताओं का संरक्षण मिलता है, इसलिए इन अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

बताते चलें कि जिले के थाना तरवा थाना क्षेत्र में विगत पांच दिन पूर्व दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर थाने के इंस्पेक्टर चौकी इंचार्ज को निलंबित करने के साथ-साथ सीओ का स्थानांतरण कर दिया गया है. इसके अलावा पीड़ित परिजनों को सरकार की तरफ से 5 लाख का मुआवजा भी दिया जा चुका है. इसी मृतक दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते के परिजनों से मिलने कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल उनके घर जाना चाह रहा था, जिसे प्रशासन ने रोक दिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.