आजमगढ़: जनपद के तरवां के मूल निवासी राज्यसभा सदस्य अमर सिंह का शनिवार को सिंगापुर में निधन हो गया. जिले से ताल्लुक रखने वाले अमर सिंह के निधन की खबर मिलते ही यहां शोक की लहर दौड़ पड़ी. निश्चित रूप से जिस तरह से आजमगढ़ के विकास में राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने सराहनीय काम किया है, उसके लिए आजमगढ़ जिला अमर सिंह को युगों-युगों तक याद करेगा.
भारतीय राजनीति के चाणक्य में गिने जाने वाले अमर सिंह आजमगढ़ जनपद में चक्रपाणपुर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराने के साथ-साथ मदुरी में एयरपोर्ट का निर्माण, महिला अस्पताल की स्थापना व अपने गांव में सौ शैय्या अस्पताल की स्थापना की थी. समाजवादी पार्टी की सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले अमर सिंह ने जनपद को वाईफाई की तर्ज पर विकसित करने का प्रयास भी किया था और उस दौरान आजमगढ़ विकास के एक नए आयाम की तरफ आगे भी बढ़ा था.
आजमगढ़ जनपद के तरवां में बनाए गए अपने पैतृक मकान को राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने 20 फरवरी 2019 को सेवा भारती को दान कर दिया था. सेवा भारती को अपना पैतृक मकान दान करने के पीछे अमर सिंह का खास मकसद यह था कि सेवा भारती इस मकान में गरीब बच्चों को शिक्षा, संस्कार के साथ-साथ रोजगार के नए आयाम उपलब्ध कराए.
सेवा भारती ने अमर सिंह के इस आलीशान मकान में अपना काम भी शुरू कर दिया है. आज जब राज्यसभा सदस्य अमर सिंह के निधन की खबर आई तो उससे पूरे जनपद में शोक का माहौल हो गया.
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बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद के तरवां के एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाले अमर सिंह ने किस तरह से गांव की पगडंडी से निकालकर दिल्ली का रास्ता तय किया, यह हर किसी के बस की बात नहीं है. निश्चित रूप से केंद्र व प्रदेश सरकार में खासा दखल रखने वाले राज्यसभा सदस्य अमर सिंह के निधन से जिले के सभी लोग दु:खी हैं.