आजमगढ़: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और आजमगढ़ से सांसद अखिलेश यादव के लापता होने के पोस्टर जिले के प्रमुख चौराहों पर लगाए गए हैं. यह पोस्टर कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ द्वारा लगाए गए हैं, इन लोगों का कहना है कि वह यहां के सांसद हैं और चुनाव जीत के बाद एक बार भी यहां जनता की समस्याओं को देखने नहीं आए.
ट्विटर पर निंदा करने से भावनाएं हुई हैं आहत
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रवीण सिंह ने बताया कि अल्पसंख्यक की जो भावनाएं हैं. निश्चित रूप से अखिलेश यादव के ट्विटर के बयान से आहत हुई हैं. एक सांसद को ट्विटर पर संवेदना व्यक्त करना शोभा नहीं देता है. बिलरियागंज में महिलाओं के ऊपर हुए बर्बर लाठीचार्ज की निंदा ट्विटर से अखिलेश यादव ने किया. यह यहां की जनता के साथ धोखा है.
अखिलेश को नहीं चाहिए मुसलमानों का साथ
कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पदाधिकारी मो. नजम समीन ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव को मुसलमानों का वोट चाहिए लेकिन उनका साथ नहीं चाहिए. अखिलेश यादव मुसलमानों के वोटों का दोहन करने आए थे. मुसलमानों के साथ रहने का अखिलेश यादव दिखावा करते हैं पर असलियत में मुसलमानों के साथ नहीं हैं. यदि वह हमारे साथ होते तो कदम से कदम मिलाकर इस दुख की घड़ी में हमारा साथ देते.
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धरने के दौरान हुआ था लाठी चार्ज
बिलरियागंज के मौलाना मोहम्मद जौहर बाग में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में महिलाओं ने प्रदर्शन किया था. उस दौरान पुलिस ने महिलाओं के ऊपर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे. इसी मुद्दे को लेकर अखिलेश यादव ने ट्विटर से संवेदना जाहिर की थी. वहीं अब कांग्रेस ने अखिलेश यादव के लापता होने के पोस्टर पूरे शहर भर में चिपका दिए हैं.