आजमगढ़: जनपद के जोकहरा में बड़ी संख्या में महिलाएं अगरबत्ती बनाकर अपनी जीविका चला रही हैं. जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर इस इलाके में आय का कोई और साधन नहीं है, जिस कारण यह महिलाएं अपने-अपने घरों में अगरबत्ती का निर्माण कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही हैं.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए अगरबत्ती बनाने का काम करने वाली महिला अनीता देवी का कहना है कि अगरबत्ती बनाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह काम हम अपने घर में बैठकर कर सकते हैं. घर परिवार, खेती-किसानी देखने के बाद भी हमें अगरबत्ती भी बनाने का समय मिल जाता है. अगरबत्ती बना कर बेचनें से हमें जो भी मिलता है, उससे हम लोगों के घरों का खर्चा चलता है. अगरबत्ती बनाने के बाद यदि समय मिलता है तो चिकनकारी भी करती हूं.
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इस बारे में भागीरथी देवी का कहना है कि मैं 2 वर्ष पहले इस काम को शुरू किया है. पहले हम लोग गांव-गांव घूम कर इसे बेचते थे और इससे जो आय होती है, उसे हम लोगों के घरों का खर्चा चलता है. अगरबत्ती से हम लोगों की जो कमाई होती है तो निश्चित रूप से हम लोगों को बहुत खुशी होती है. इससे घर के खर्च के साथ-साथ बच्चों के पढ़ाई की फीस भी जमा हो जाती है.