ETV Bharat / state

आजमगढ़: अगरबत्ती बनाकर खुद की जिंदगी में महक बिखेर रहीं महिलाएं

उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ के जोकहरा में महिलाएं अगरबत्ती बनाकर अपनी जीविका चला रही तथा स्वालंबी बन रही हैं. ईटीवी भारत ने इन महिलाओं से खास बातचीत की.

author img

By

Published : Dec 11, 2019, 5:20 AM IST

etv bharat
अगरबत्ती बनाती महिलाएं

आजमगढ़: जनपद के जोकहरा में बड़ी संख्या में महिलाएं अगरबत्ती बनाकर अपनी जीविका चला रही हैं. जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर इस इलाके में आय का कोई और साधन नहीं है, जिस कारण यह महिलाएं अपने-अपने घरों में अगरबत्ती का निर्माण कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही हैं.

अगरबत्ती बनाती महिलाएं.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए अगरबत्ती बनाने का काम करने वाली महिला अनीता देवी का कहना है कि अगरबत्ती बनाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह काम हम अपने घर में बैठकर कर सकते हैं. घर परिवार, खेती-किसानी देखने के बाद भी हमें अगरबत्ती भी बनाने का समय मिल जाता है. अगरबत्ती बना कर बेचनें से हमें जो भी मिलता है, उससे हम लोगों के घरों का खर्चा चलता है. अगरबत्ती बनाने के बाद यदि समय मिलता है तो चिकनकारी भी करती हूं.

इसे भी पढ़ें - विश्व एड्स दिवस विशेष: असुरक्षित कोख में सुरक्षित भविष्य की पहल

इस बारे में भागीरथी देवी का कहना है कि मैं 2 वर्ष पहले इस काम को शुरू किया है. पहले हम लोग गांव-गांव घूम कर इसे बेचते थे और इससे जो आय होती है, उसे हम लोगों के घरों का खर्चा चलता है. अगरबत्ती से हम लोगों की जो कमाई होती है तो निश्चित रूप से हम लोगों को बहुत खुशी होती है. इससे घर के खर्च के साथ-साथ बच्चों के पढ़ाई की फीस भी जमा हो जाती है.


आजमगढ़: जनपद के जोकहरा में बड़ी संख्या में महिलाएं अगरबत्ती बनाकर अपनी जीविका चला रही हैं. जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर इस इलाके में आय का कोई और साधन नहीं है, जिस कारण यह महिलाएं अपने-अपने घरों में अगरबत्ती का निर्माण कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही हैं.

अगरबत्ती बनाती महिलाएं.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए अगरबत्ती बनाने का काम करने वाली महिला अनीता देवी का कहना है कि अगरबत्ती बनाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह काम हम अपने घर में बैठकर कर सकते हैं. घर परिवार, खेती-किसानी देखने के बाद भी हमें अगरबत्ती भी बनाने का समय मिल जाता है. अगरबत्ती बना कर बेचनें से हमें जो भी मिलता है, उससे हम लोगों के घरों का खर्चा चलता है. अगरबत्ती बनाने के बाद यदि समय मिलता है तो चिकनकारी भी करती हूं.

इसे भी पढ़ें - विश्व एड्स दिवस विशेष: असुरक्षित कोख में सुरक्षित भविष्य की पहल

इस बारे में भागीरथी देवी का कहना है कि मैं 2 वर्ष पहले इस काम को शुरू किया है. पहले हम लोग गांव-गांव घूम कर इसे बेचते थे और इससे जो आय होती है, उसे हम लोगों के घरों का खर्चा चलता है. अगरबत्ती से हम लोगों की जो कमाई होती है तो निश्चित रूप से हम लोगों को बहुत खुशी होती है. इससे घर के खर्च के साथ-साथ बच्चों के पढ़ाई की फीस भी जमा हो जाती है.


Intro:anchor:आजमगढ़। ( एक्सक्लूसिव)। आजमगढ़ जनपद के जो कह रहा में बड़ी संख्या में महिलाएं अगरबत्ती बनाकर अपनी जीविका चला रही हैं। जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर इस इलाके में आय का कोई और साधन नहीं है जिस कारण यह महिलाएं अपने-अपने घरों में अगरबत्ती का निर्माण कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही हैं।


Body:वीओ:1 ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए अगरबत्ती बनाने का काम करने वाली अनीता देवी का कहना है कि अगरबत्ती बनाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह काम हम अपने घर में बैठकर कर सकते हैं और घर परिवार खेती-किसानी देखने के बाद हम अगरबत्ती भी बना लेते हैं और जिससे हम लोगों के घरों का खर्चा चलता है। अगरबत्ती बनाने के बाद यदि समय मिलता है तो चिकनकारी भी करती हूं। अनीता देवी का कहना है कि हमारे इस काम से और महिलाओं व लड़कियों का भी हौसला बढ़ता है जिससे वह लोग भी अगरबत्ती निर्माण के कार्य में आगे बढ़ कर आ रही हैं। इस बारे में भागीरथी देवी का कहना है कि 2 वर्ष से हमने इस काम को शुरू किया है पहले हम लोग गांव-गांव घूम कर इसे बेचते थे और इससे जो आय होती है उसे हम लोगों के घरों का खर्चा चलता है और जब हम लोगों की कमाई होती है तो निश्चित रूप से हम लोगों को बहुत खुशी होती है। इससे घर के खर्च के साथ-साथ बच्चों के पढ़ाई की फीस भी जमा हो जाती हैं।


Conclusion:बाइट: अनीता देवी, भागीरथी देवी स्वावलंबी महिलाएं
अजय कुमार मिश्र आजमगढ़ 9453766900

बताते चलें कि जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर बसे इस क्षेत्र के लोगों के पास आय के कोई अन्य साधन नहीं है जिस कारण इस इलाके की बड़ी संख्या में महिलाओं ने अगरबत्ती बनाने का काम शुरू किया है और निश्चित रूप से इस अगरबत्ती बनाने के काम से होने वाले फायदे से इनके घरों की जीविका चल रही है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.